वडोदरा : प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने पहली बार खुद को विवाहित घोषित करते हुए अपनी पत्नी के रुप में जशोदाबेन के नाम का खुलासा किया है. उन्होंने यह खुलासा निर्वाचन आयोग के समक्ष दाखिल अपने हलफनामे में किया.इस मामले को लेकर मोदी के विरोधी उनकी आलोचना करते नहीं थक रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने मोदी का समर्थन किया है.
वडोदरा लोकसभा सीट से अपने नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए गए हलफनामे में गुजरात के 63 वर्षीय मुख्यमंत्री ने लिखा है कि वह विवाहित हैं. अभी तक मोदी हलफनामे के वैवाहिक स्थिति बताने वाले कालम को खाली छोडते आ रहे थे. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने इस कालम में कुछ नही लिखा था.
लेकिन वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में हलफनामे के जिस कालम में अपने पति या पत्नी की संपत्ति घोषित करनी होती है वहां मोदी ने लिखा है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. वडोदरा जिला चुनाव प्राधिकरण ने आधी रात को कलेक्टरेट पर डिस्प्ले बोर्ड पर यह हलफनामा चिपकाया.हलफनामे को बीती देर रात तक भी गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया गया था.
इससे पूर्व, कांग्रेस ने कहा था कि मोदी को लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय अपनी वैवाहिक स्थिति पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. गुजरात की 26 सीटों में से मोदी द्वारा चुनी गयी वडोदरा लोकसभा सीट को सर्वाधिक सुरक्षित सीट के तौर पर देखा जा रहा है. मोदी वाराणसी से भी चुनाव लड रहे हैं जहां उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के स्थानीय विधायक अजय राय से है.
हलफनामें के मुताबिक मोदी के पास लगभग 1 करोड़ 51 लाख रुपये, 57 हजार 582 रुपये. उनके पास 29,700 रुपये की नगदी. बैंक में करीब 11 लाख 74 हजार 394 रुपये, फिक्स्ड डिपॉजिट 32 लाख 48 हजार 989 रुपये, इन्फ्रास्ट्रक्ट बॉंड 20 हजार रुपये और 4 लाख 34 हजार 31 रुपये की एनएससी है. इसके अलावा गुजरात के गांधीनगर में एक प्लॉट का जिक्र है जिसकी कीमत है करीब 1 करोड़ रुपये है. पांच साल में मोदी की संपत्ति में सिर्फ 18 लाख रुपये का फर्क आया है. हलफनामे के मुताबिक मोदी ने 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्त्र में एमए की डिग्री ली है.