नयी दिल्ली/गांधीनगर : जापानी प्रधानमंत्री शिंजो एबे की बुधवार से शुरू हो रही दो दिवसीय भारत यात्रा के एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जापान के साथ अपने संबधों को भारत काफी महत्व देता है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने को लेकर आशान्वित हैं. एबे सालाना भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत आ रहे हैं. यह बैठक प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात की राजधानी गांधीनगर में होगी. एेसी संभावना है इस मौके पर करीब 15 जापानी कंपनियां गुजरात में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं. येकंपनियां 14 सितंबर को गांधीनगर में आयोजित 12वीं भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगी.
मोदी ने ट्वीट किया कि वह प्रधानमंत्री शिंजो एबे का स्वागत करने को उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि वह बुधवार को गुजरात में उनकी अगवानी करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने अंग्रेजी के अलावा जापानी भाषा में भी ट्वीट किया. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री एबे और मैं 13 तथा 14 सितंबर को कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे, इन कार्यक्रमों का मकसद भारत-जापान संबंधों को और आगे बढ़ाना है. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि दोनों नेता अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली हाई स्पीड ट्रेन परियोजना की शुरुआत के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस परियोजना के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है. परियोजना के पूरा होने से अहमदाबाद और मुंबई की 500 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी करीब दो घंटे में पूरी होगी. मोदी की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए जापान ने रियायती दरों पर ऋण उपलब्ध कराया है. हाई स्पीड ट्रेन के मामले में जापान अग्रणी देश है और उसकी शिंकानसेन बुलेट ट्रेन दुनिया की सबसे तेज ट्रेनों में से है.
नरेंद्रमोदी डाॅट इन पर एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेता विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के ढांचे में भारत और जापान के बीच बहुआयामी सहयोग में हालिया प्रगति की समीक्षा करेंगे. एबे के लिए बुधवार की शाम अहमदाबाद में एक स्वागत समारोह आयोजित किया जायेगा जिसमें विभिन्न प्रस्तुतियों के जरिये भारत की सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित किया जायेगा. दोनों प्रधानमंत्री साबरमती आश्रम जायेंगे. इस आश्रम की स्थापना महात्मा गांधी ने साबरमती नदी के किनारे की थी. इसके बाद दोनों अहमदाबाद की 16वीं शताब्दी में बनी प्रसिद्ध मस्जिद सिदी सैयद नी जाली भी जायेंगे. दोनों नेता महात्मा मंदिर में बनी दांडी कुटीर भी जायेंगे जो महात्मा गांधी को समर्पित संग्रहालय है.
एबे की यात्रा के दौरान करीब 15 जापानी कंपनियां गुजरात में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं. वह राज्य सरकार के साथ 14 सितंबर को गांधीनगर में आयोजित शिखर सम्मेलन के दौरान समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगी. गुजरात औद्योगिक विकास निगम (जीआइडीसी) के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डी थारा ने कहा, शिखर सम्मेलन के दौरान 17-18 समझौते पर हस्ताक्षर किये जायेंगे, जिनमें से 15 समझौते जापानी कंपनियों और जीआइडीसी के बीच होंगे. उन्होंने बताया कि 15 कंपनियां गुजरात में निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए जीआइडीसी से जमीन खरीदने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. यह कंपनियां सम्मेलन के दौरान जीआइडीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगी. कंपनियां कितना निवेश कर रही है इसकी जानकारी बाद में दी जायेगी.
इस बीच, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे के स्वागत के लिए गुजरात तैयार है. मेहमान की आवभगत के लिए सड़कें सीएफएल की रोशनी से जगमगा रही हैं और उनके स्वागत में होर्डिंग एवं बैनर लगाये गये हैं. शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कि गये हैं. अधिकारियों ने बताया कि दौरा बुधवार की दोपहर में आठ किलोमीटर लंबे रोडशो से शुरू होगा जहां एबे का शानदार स्वागत किया जायेगा. रोडशो में एबे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी पुराने शहर के एक होटल में एबे के लिए रात्रि भोज की मेजबानी करेंगे. अहमदाबाद को हाल में विश्व विरासत शहर की सूची में शामिल किया गया है. जापान के प्रधानमंत्री शहर के पुरातत्व महत्व के स्थलों का भ्रमण करेंगे.
उधर, जापान की प्रथम महिला अकी एबे भी अपने पति शिंजो एबे के साथ भारत के दो दिवसीय दौरे पर आ रही हैं. गुरुवार को अहमदाबाद में उनके कई कार्यक्रमों में भाग लेने की योजना है. अहमदाबाद की जिला कलेक्टर अवंतिका सिंह ने कहा कि जापान की प्रथम महिला कई संस्थानों में जायेंगी जहां वह लोगों से संवाद करेंगी और वह गुजरात विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन विषय पर व्याख्यान भी देंगी. सिंह ने कहा कि अकी एबे 14 सितंबर को अहमदाबाद प्रबंधन संघ, एनजीओ ब्लाइंड्स पीपुल एसोसिएशन और गुजरात विश्वविद्यालय के अलावा कालिको संग्रहालय तथा साबरमती रिवरफ्रंट का दौरा करेंगी.