नयी दिल्ली : नाबालिग के यौन शोषण के आरोप में चार साल से जोधपुर जेल में बंद आसाराम मीडिया के कुछ सवालों पर भड़क गये और उसने गुस्से में कह दिया कि वो न तो बाबा है और न ही कोई कथावाचक है, वो एक गधा है.
दरअसल आसाराम जोधपुर कोर्ट में पेशी के लिए आया था उसी समय मीडियाकर्मियों ने उसे घेर लिया और सवाल पूछने लगे. मीडिया वालों ने आसाराम से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की ओर से फर्जी घोषित किये जाने पर सवाल पूछा तो वो भड़क गये. भड़कते हुए आसाराम ने कहा, बोलूं तो मरुं और न बोलूं तो मरुं, मैं गधा हूं.
गौरतलब हो कि स्वयंभू बाबाओं को लेकर हाल में सामने आए विवादों से नाराज साधुओं की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी बाबाओं की एक सूची जारी की और उन स्वंयभू बाबाओं पर कार्रवाई की मांग की है जो किसी संप्रदाय या परंपरा से नहीं हैं. इस सूची में गुरमीत राम रहीम, रामपाल, आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं आदि के नाम शामिल हैं.
इससे पहले 28 अगस्त को सुप्रीमकोर्ट ने कथावाचक आसाराम के खिलाफ बलात्कार के मामले की धीमी प्रगति पर चिंता व्यक्त करते हुए गुजरात सरकार को प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया. शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार से जानना चाहा कि इस मामले में अभी तक पीड़ित से पूछताछ क्यों नहीं की गयी है. न्यायालय पहले ही आसाराम की अनेक जमानत याचिकाएं खारिज कर चुका है और इस समय उनकी नयी याचिका पर सुनवाई कर रहा था.