जोधपुर: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा आसाराम को फर्जी बाबा घोषित करने से जुडे एक पत्रकार के सवाल से नाराज होकर आसाराम ने खुद के लिए कहा कि वह गधे की श्रेणी में आता है.नाबालिग लडकी के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में यहां अदालत की सुनवाई का सामना कर रहे आसाराम को जब अदालत परिसर लाया गया तो उससे परिषद के फैसले पर प्रतिक्रिया मांगी गयी. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी धर्मगुरूओं की सूची तैयार की थी. इस सूची में बाबा राम रहीम, राधे मां समेत आसाराम का भी नाम था. नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में आसाराम लंबे समय से जेल की सजा काट रहा है.
‘पाखंडी’ हैं देश के ये 14 बड़े बाबा, अखाड़ा परिषद ने जारी की फर्जी बाबाओं की सूची
ज्ञात हो कि अखाड़ा परिषद ने पिछले दिनों कहा था. आसाराम न तो संत है और न प्रवचनकर्ता है तो वह किस श्रेणी में आता है. पत्रकार के सवाल से बौखलाये आसाराम ने कहा कि वह गधे की श्रेणी में आते हैं. इससे पहले बुधवार को आसाराम ने कहा था कि तबीयत ठीक नहीं होने के कारण मैं बोल नहीं पा रहा हूं और आप कहते हो कि मैं बहाने बना रहा हूं. आसाराम रेप के आरोप में पिछले 4 साल से जोधपुर की जेल में बंद है. गौरतलब है कि आसाराम पर 16 साल की लड़की से रेप का आरोप है. जोधपुर पुलिस ने आसाराम बापू को 3 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था.
आसाराम पर नाबालिग के साथ दुष्कर्म का है आरोप
अगस्त 2013 में आसाराम के ऊपर जोधपुर में उसके आश्रम में सोलह साल की कन्या के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा. पुलिस ने बालात्कार पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया और जब इसकी पुष्टि हो गयी की रिपोर्ट झूठी नहीं है. तब उसने लड़की बयान कलमबंद कर सारा केस राजस्थान पुलिस को ट्रांसफर कर दिया. दुष्कर्म के आरोप में फंसे कथावाचक आसाराम के केस के मुख्य गवाह कृपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी.