सावधान! कहीं आपका बच्चा ब्लू व्हेल गेम में फंसा तो नहीं, रूरल क्षेत्र के बच्चे भी हैं चपेट में
नयी दिल्ली : कहीं आपका बच्चा ब्लू व्हेल की चपेट में तो नहीं आ रहा है. इसका आपको ध्यान देना होगा क्योंकि यह गेम अरबन क्षेत्र से चलकर रूरल क्षेत्र में अपना प्रभाव दिखाने लगा है. जहां असम के सिलचर में सेकंड ईयर के छात्र ने ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए बिल्डिंग की छत से […]
नयी दिल्ली : कहीं आपका बच्चा ब्लू व्हेल की चपेट में तो नहीं आ रहा है. इसका आपको ध्यान देना होगा क्योंकि यह गेम अरबन क्षेत्र से चलकर रूरल क्षेत्र में अपना प्रभाव दिखाने लगा है. जहां असम के सिलचर में सेकंड ईयर के छात्र ने ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए बिल्डिंग की छत से छलांग लगा ली. वहीं, ब्लू व्हेल चैलेंज में फंसकर छत्तीसगढ़ में 36 बच्चों ने अपनी कलाई काट ली है.
‘ब्लू व्हेल’ चैलेंज पर क्या सोचते हैं पाकिस्तानी?
गुरुवार को पुलिस ने छत्तीसगढ़ के बालोद के स्कूल में 6 छात्रों को ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए पकड़ा. बालोद तान्दुला नदी के तट पर बसा है, जिसने आधिकारिक रूप से 1 जनवरी 2012 से जिला मुख्यालय का दर्जा प्राप्त किया है. बालोद शहर की धमतरी तथा दुर्ग से दूरी 44 तथा 58 किलोमीटर है. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के एक स्कूल प्रिंसिपल ने आला अफसरों को मामले को लेकर एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने बताया है कि यहां 30 छात्र के कलाई पर कट के निशान मिले हैं. इन सभी के खतरनाक ऑनलाइन गेम खेलने का अंदेशा है.
सहरसा : सिमरी के रायपुरा तक पहुंची ब्लू व्हेल गेम
यहां उल्लेख कर दें कि रूस में बने ब्लू व्हेल गेम पर भारत में प्रतिबंध लगा दिया गया है लेकिन अब भी इसके कुछ लिंक निजी तौर पर लोगों के पास उपलब्ध हैं. पिछले दो महीने में इस गेम को खेलने वाले देश के 10 लोग खुदकुशी कर चुके हैं. दुनियाभर में इस गेम ने 130 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है.
झारखंड : ब्लू व्हेल गेम की जद में बिहार- झारखंड
टीन एजर्स के कुछ समझदार युवकों का कहना है कि यह ब्लू व्हेल गेम मोबाइल में दिनभर उलझे रहने वालों को अपनी चपेट में ले रहा है. जिनके पास कुछ काम नहीं है वो ज्यादा इसकी ओर प्रभावित होते हैं. ब्लू व्हेल गेम के संबंध में एक किशोर ने कहा कि मैंने सुना है कि गेम में पहले टास्क नर्मल होता है लेकिन जैसे-जैसे आप स्टेज पार करते जाते हैं तो आपके टास्क हार्ड होते जाते हैं और आपकी जान चली जाती है.