नयी दिल्लीः 1965 के युद्ध में पाकिस्तान के दांत खट्टे करने वाले भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह का शनिवार को देहांत हो गया. दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. रक्षा सूत्रों का कहना है कि भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह 98 साल के थे.
Marshal of Indian Air Force Arjan Singh passes away. He was admitted at Army Hospital R&R after he suffered a heart attack earlier today. pic.twitter.com/Uh4RqZ9NF2
— ANI (@ANI) September 16, 2017
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, अर्जन सिंह (98) भारतीय वायुसेना के एक मात्र अधिकारी हैं, जिनकी पदोन्नति पांच सितारा रैंक तक हुई है. यह सेना में फील्ड मार्शल के ओहदे के बराबर है. उन्हें शनिवार को सुबह दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण उनका हालचाल जानने अस्पताल गये थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल में उनसे मुलाकात के बाद ट्वीट किया था कि आरएंडआर अस्पताल जाकर भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह का हालचाल जाना, जो गंभीर रूप से बीमार हैं. मैंने उनके परिवार के लोगों से भी मुलाकात की.
पाकिस्तान ने 1965 में ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम शुरु किया जिसमें उसने अखनूर शहर को निशाना बनाया, तब सिंह ने साहस, प्रतिबद्धता और पेशेवर दक्षता के साथ भारतीय वायु सेना का नेतृत्व किया.