घूस लेने के आरोप में सेना का एक अफसर चढ़ा सीबीआर्इ के हत्थे, रिश्वत की रकम जानना चाहेंगे आप…?
नयी दिल्लीः केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वतखोरी को लेकर आर्मी मेडिकल कोर के एक कर्नल, एक एमसीआई क्लर्क और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मेडिकल कॉलेजों के निरीक्षण और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) द्वारा सीटों की मान्यता के बारे में सूचना लीक […]
नयी दिल्लीः केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वतखोरी को लेकर आर्मी मेडिकल कोर के एक कर्नल, एक एमसीआई क्लर्क और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है. दरअसल, इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने मेडिकल कॉलेजों के निरीक्षण और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) द्वारा सीटों की मान्यता के बारे में सूचना लीक की. सीबीआई प्रवक्ता ने सोमवार को बताया कि कर्नल अजय कुमार सिंह एमसीआई में एक आकलनकर्ता के तौर पर नियुक्त थे. एक बिचौलिये को उनकी ओर से दो हवाला ऑपरेटरों से 10 लाख रुपये लेते हुए पकड़े जाने के बाद सिंह को गिरफ्तार किया गया.
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प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी ने एमसीआई में एक लोअर डिविजन क्लर्क (एलडीसी) संतोष कुमार और दो बिचौलियों – सुशील कुमार और सचिन कुमार को भी गिरफ्तार किया है. समझा जाता है कि सुशील कुमार ने कर्नल की ओर से रिश्वत की रकम ली थी. उन्होंने बताया कि यहां एक विशेष अदालत ने सभी चारों आरोपियों को पांच दिनों की हिरासत में भेज दिया. सीबीआई ने चारों आरोपियों और पुडुचेरी स्थित श्री वेंकेटेश्वर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के अध्यक्ष बी रामचंद्रन के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद ये गिरफ्तारियां की गयी.
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने दिल्ली, पुडुचेरी और चेन्नई में नौ स्थानों पर तलाशी ली. इनमें सिंह का आवास, मेडिकल कॉलेज और दो हवाला ऑपरेटरों के कार्यालय भी शामिल हैं. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि तलाशी में दो करोड़ रुपये भी बरामद किये गये. सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक, एमसीआई क्लर्क संतोष कुमार रामचंद्रन से नियमित रूप से संपर्क में था और उसने काउंसिल के बारे में संवेदनशील जानकारियां साझा की.
उन्होंने बताया कि वह निरीक्षण और मेडिकल कॉलेज में मंजूरी से जुड़े कुछ प्रशासनिक विषयों के बारे में कथित तौर पर उनकी मदद कर रहा था. सीबीआई की प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कुमार एएमसी के कर्नल सिंह से लगातार संपर्क में था. यह दावा किया गया है कि रामचंद्रन ने हाल ही में सिंह और कुमार को रिश्वत की प्रथम किस्त दी थी.