अहमदाबाद: गुजरात के कांग्रेस पूर्व दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला ने मंगलवार को ऐलान किया है कि वह न भाजपा के टिकट पर और न कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ेंगे, बल्कि वह नये राजनीतिक मोर्चे की अगुवाई करेंगे, जो आगामी विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा. वाघेला ने कहा कि शहर के कुछ पेशेवरों ने जनविकल्प बनाया और गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए उनसे संपर्क किया. उन्होंने दावा किया कि बहुत सारे लोग उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.
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गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला (77) ने यहां संवाददाता सम्मेलन में अपने इस बहुप्रतीक्षित अगले राजनीतिक कदम की घोषणा की. उन्होंने हाल में कांग्रेस छोड़ी है, क्योंकि पार्टी अगले विधानसभा चुनाव की खातिर उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के पक्ष में नहीं थी. वाघेला ने दावा किया कि जन विकल्प से जुड़े लोगों ने सर्वेक्षण कराया है, जिसमें पाया है कि ज्यादातर लोग उन्हें गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण से खुलासा हुआ है कि लोग दोनों दलों से बहुत असंतुष्ट हैं. बड़ी संख्या में लोगों ने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री होना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह कोई पार्टी नहीं, बल्कि एक मोर्चा है. यह मोर्चा उन लोगों की आवाज बनेगा, जो तंत्र से नाखुश हैं. मैं जनविकल्प को समर्थन देने की घोषणा करता हूं, जो किसानों, महिलाओं, व्यापारियों और बेरोजगार युवकों से जुड़े मुद्दे उठायेगा. हम सभी 182 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की योजना बना रहे हैं.
हालांकि, उन्होंने इस साल बाद में होने वाले विधानसभा चुनाव में नहीं उतरने का दावा किया, लेकिन जनविकल्प के बहुमत हासिल होने पर मुख्यमंत्री बनने की संभावना से इनकार भी नहीं किया. उधर, अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी पहले ही विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है. ऐसे में वाघेला के ऐलान से राज्य में चुनावी समीकरण प्रभावित हो सकते हैं. भाजपा राज्य में 1998 से सत्ता में है.