पोर्ट ब्लेयर:देश के इतिहास में पहली बार ग्रेट निकोबार में रहनेवाले शोमपेन आदिवासियों ने द्वीप समूह से लोकसभा प्रतिनिधि चुनने के लिए गुरुवार को मतदान किया. शोमपेन आदिवासी समूह को पाषाण युग के समय के बचे आखिरी आदिवासी समूहों में से एक माना जाता है.
निर्वाचन कार्यालय सूत्रों ने बताया कि करीब 60 शोमपेन आदिवासियों ने ग्रेट निकोबार बायोस्फीयर अभयारण्य के घने जंगल में विशेष रूप से बनाये गये मतदान केंद्र पर मतदान किया. शोमपेन आदिवासी उन छह आदिवासी समूहों में से एक हैं, जो देश के दक्षिणी छोर स्थित जंगल में रहते हैं. इनके अलावा चार अन्य आदिवासी समूहों में जारवा, अंडमानी, ओंगे और संेतीनेली शामिल हैं. वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इनकी जनसंख्या मात्र 229 है.