वोटों की राजनीति से निकले राम रहीम और रामपाल जैसे बाबा, राजनेता इससे बचें : साक्षी महाराज
जयपुर : भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने बुधवार को कहा कि राम रहीम और रामपाल जैसे बाबा वोटों की राजनीति से ही निकले हैं और ऐसे में राजनेताओं को आत्मचिंतन करना होगा. साक्षी महाराज ने भरतपुर में संवाददाताओं से यह बात तब कही जब उनसे यह कहा गया कि आजकल बाबा लोग चर्चा में हैं. […]
जयपुर : भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने बुधवार को कहा कि राम रहीम और रामपाल जैसे बाबा वोटों की राजनीति से ही निकले हैं और ऐसे में राजनेताओं को आत्मचिंतन करना होगा. साक्षी महाराज ने भरतपुर में संवाददाताओं से यह बात तब कही जब उनसे यह कहा गया कि आजकल बाबा लोग चर्चा में हैं. उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि राजनेता इस बारे में आत्मचिंतन करें ताकि ऐसे बाबाओं पर रोक लग सके.
उन्होंने कहा, मुझे बड़ा कष्ट होता है जब ढोंगी लोगों के नाम के पहले आप लोग (मीडिया) बाबा लगाते हैं. राम रहीम और रामपाल बाबा नहीं बल्कि ढोंगी लोग हैं. पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह का बचाव कर चुके साक्षी महाराज ने कहा कि उनका उससे कोई संबंध नहीं है, लेकिन कुछ राजनेता वोट के लिए फर्जी बाबाओं का सहयोग मांगते हैं. उन्होंने फिल्मी कलाकारों का जिक्र करते हुए कहा जिस तरह से मुंबई में फिल्मी कलाकार एक ही दिन में न जाने कितने भेष धारण करते हैं, वैसे ही ये लोग हैं.
साक्षी महाराज ने एक विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि सार्वजनिक रूप से प्रेम का प्रदर्शन करनेवाले जोडों को जेल में डाल देना चाहिए. उत्तर प्रदेश के उन्नाव से लोकसभा सांसद साक्षी महाराज ने कहा, चाहे मोटरसाइकिल हो, कार हो या पार्क हो, जोड़ों को अशालीन व्यवहार करते देखा जा सकता है. वे एक-दूसरे का आलिंगन करते हैं जैसे लड़की लड़के को खा जायेगी या लड़का लड़की को खा जायेगा. साक्षी महाराज ने कहा, कुछ गलत होने से पहले ऐसे जोड़ों के खिलाफ कार्रवाई करना और उन्हें जेल में डालना सही होगा. उन्होंने कहा कि सभी उन्हें नजरंदाज करते हैं, लेकिन जब बलात्कार होता है तो लोग पुलिस से कार्रवाई की मांग करने लगते हैं.
साक्षी महाराज ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ रही कीमतों को लेकर एक प्रश्न के जवाब में कहा, जिस तेजी से पेट्रोल और डीजल की दरें बढ़ रही हैं, उससे मैं भी चिंतित हूं. प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर चिंतन कर रहे हैं. निकट भविष्य में केंद्र सरकार इस बारे में कोई कदम उठायेगी. यह पूछे जाने पर कि चिंता से क्या होगा, उन्होंने कहा कि चिंता और चिंतन से ही रास्ता निकलता है. इस बारे में गंभीर चिंतन हो रहा है. उन्होंने रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों के मुद्दे पर कहा कि उन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है.