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बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए 700 टन राहत सामग्री भेज रहा भारत

नयी दिल्ली : भारत रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए राहत सामग्री की एक नयी खेप बांग्लादेश भेज रहा है. नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि आंध्र प्रदेश के काकीनाडा बंदरगाह में नौसेना के पोत आईएनएस घड़ियाल पर करीब 700 टन राहत सामग्री लादी जा रही है, ताकि इसे बांग्लादेश के चटगांव ले जाया जा सके. […]

नयी दिल्ली : भारत रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए राहत सामग्री की एक नयी खेप बांग्लादेश भेज रहा है. नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि आंध्र प्रदेश के काकीनाडा बंदरगाह में नौसेना के पोत आईएनएस घड़ियाल पर करीब 700 टन राहत सामग्री लादी जा रही है, ताकि इसे बांग्लादेश के चटगांव ले जाया जा सके.

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शरणार्थियों के बीच वितरित की जाने वाली इस राहत सामग्री को पारिवारिक पैकेटों में भरा जा रहा है. इनमें खाद्य पदार्थ, कपड़े और मच्छरदानी सहित कई अन्य सामान हैं. इन सामग्रियों को करीब 62,000 परिवारों में बांटे जाने की संभावना है. इस महीने की शुरुआत में वायुसेना का एक हेवीलिफ्ट परिवहन विमान बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए करीब 55 टन राहत सामग्री लेकर गया था.

उधर, बांग्लादेश ने कहा है कि म्यांमार से रोहिंग्या शरणार्थियों के आने का सिलसिला थम गया है. कुछ सप्ताह के भीतर करीब 430,000 शरणार्थी बांग्लादेश में दाखिल हो चुके हैं. बांग्लादेश सीमा सुरक्षा गार्ड का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में उन्होंने नाफ नदी या बंगाल की खाड़ी से रोहिंग्या लोगों को लाते हुए किसी नौका को नहीं देखा है.

बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने कमांडर एसएम आरिफुल इस्लाम ने एएफपी को बताया कि हमारे गार्ड ने पिछले कुछ दिनों में किसी रोहिंग्या को आते नहीं देखा है. आने का सिलसिला रुक गया है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि म्यांमार के रखाइन प्रांत में सेना की ओर से 25 अगस्त को शुरू किये गये अभियान के कारण 429,000 रोहिंग्या बांग्लादेश की सीमा में दाखिल हुए. बांग्लादेश के सुरक्षा गार्ड और संयुक्त राष्ट्र में से किसी ने भी रोहिंग्या लोगों का पलायन थमने का कोई कारण नहीं बताया है.

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