संयुक्त राष्ट्र में सुषमा स्वराज के भाषण पर पीएम मोदी गदगद, बताया अद्भुत
संयुक्त राष्ट्र : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार रात संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र को संबोधित किया. अपने 22 मिनट के संबोधन में सुषमा स्वराज ने 16 मिनट तक केवल आतंकवाद और पाकिस्तान पर बोलीं. यूएन को दूसरी बार संबोधित करने वाली सुषमा स्वराज ने विश्व के सामने पाकिस्तान को बेनकाब करके छोड़ […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 23, 2017 10:57 PM
संयुक्त राष्ट्र : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार रात संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र को संबोधित किया. अपने 22 मिनट के संबोधन में सुषमा स्वराज ने 16 मिनट तक केवल आतंकवाद और पाकिस्तान पर बोलीं. यूएन को दूसरी बार संबोधित करने वाली सुषमा स्वराज ने विश्व के सामने पाकिस्तान को बेनकाब करके छोड़ दिया.
इधर सुषमा स्वराज के भाषण को सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गदगद हो गये और भाषण को अद्भुत बताया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर स्वराज को बधाई दी और लिखा, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संयुक्त राष्ट्र में अविश्वसनीय भाषण! उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत का गर्व बढ़ाया है. पीएम ने आगे लिखा, ‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज में वैश्विक चुनौतियों को पहचानने की दूरदृष्टि दिखी और उन्होंने एक अच्छी दुनिया बनाने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को मजबूती से स्थापित किया.’
पीएम मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘सुषमा स्वराज जी द्वारा आतंकवाद के खतरों को लेकर बड़ा संदेश दिया गया कि हमें क्यों इस बुराई के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना है.’ गौरतलब हो कि पाकिस्तान पर कटाक्ष करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तानी नेता इस पर विचार करें कि आज भारत की पहचान आईटी की महाशक्ति की है और पाकिस्तन आतंकवाद का निर्यात करने वाले और एक आतंकवादी देश के तौर पर बदनाम क्यों है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र को संबोधित करते हुए सुषमा ने वह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के गुरुवार के संबोधन का हवाला दे रही थी जिन्होंने भारत पर मानवाधिकार के उल्लंघन और सरकार प्रायोजित आतंकवाद का आरोप लगाया था.
सुषमा ने सवाल किया, आज मैं पाकिस्तान के नेताओं से कहना चाहूंगा कि क्या आपने कभी सोचा है कि भारत और पाकिस्तान एक साथ आजाद हुए लेकिन आज भारत की पहचान दुनिया में आईटी की महाशक्ति क्यों हैं और पाकिस्तान की पहचान आतंकवाद का निर्यात करने वाले देश और एक आतंकवादी देश की क्यों है? भारत ने कल पाकिस्तान पर पलटवार करते हुए उसे टेररिस्तान करार दिया था और कहा था कि पाकिस्तान की जमीन से आतंकवाद पैदा हो रहा है और आतंकवाद का निर्यात होता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को लगातार दूसरे साल हिंदी में संबोधित करते हुए सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद का निर्यात किए जाने के बावजूद भारत ने प्रगति की. उन्होंने कहा, भारत की आजादी के बाद पिछले 70 वर्षों में कई पार्टियों की सरकारें रही हैं और हमने लोकतंत्र को बनाए रखा और प्रगति की. हर सरकार ने भारत के विकास के लिए अपना योगदान दिया.
विदेश मंत्री ने कहा, हमने वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थान स्थापित किए जिन पर दुनिया को गर्व है. परंतु पाकिस्तान ने दुनिया और अपने लोगों को आतंकवाद के अलावा क्या दिया? उन्होंने कहा, हमने वैज्ञानिक, विद्वान, डॉक्टर, इंजीनियर पैदा किए और आपने क्या पैदा किया? आपने आतंकवादियों को पैदा किया…आपने आतंकी शिविर बनाए हैं, आपने लश्कर-ए-तैयबा , जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन और हक्कानी नेटवर्क पैदा किया है.
सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान ने जो पैसा आतंकवाद पर खर्च किया, अगर अपने विकास पर खर्च करता तो आज दुनिया अधिक सुरक्षित और बेहतर होती. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा बनाए गए आतंकवादी समूह सिर्फ भारत को नुकसान नहीं पहुंचा रहे, बल्कि अफगानिस्तान और बांग्लादेश को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
सुषमा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान ने राइट टू रिप्लाइ मांगा और उसे एक साथ तीन देशों को जवाब देना पड़ा हो. उन्होंने सवाल किया, क्या यह आपके नापाक मंसूबे को नहीं दिखाता है? प्रधानमंत्री अब्बासी का हवाला देते हुए सुषमा ने कहा कि पाकिस्तानी नेता ने भारत पर आरोप लगाने में बहुत अधिक समय जाया कर दिया.
पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की ओर से शांति और मित्रता की बुनियाद पर विदेश नीति तामीर किए जाने के अब्बासी के दावे पर सुषमा ने कहा कि वह नहीं जानतीं कि जिन्ना ने किन सिद्धांतों की पैरवी की थीं, लेकिन इतना जरुर कह सकती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पदभार संभालने के बाद शांति और दोस्ती का हाथ बढ़ाया. उन्होंने कहा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को यह जवाब देना चाहिए कि आपके देश ने इस प्रस्ताव को क्यों ठुकराया.