चेन्नई : तमिलनाडु सरकार पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत की जांच कराने के लिए जांच आयोग का गठन किया है. सरकार ने जांच के लिए एक सेवानिवृत न्यायाधीश की अगुवाई में जांच आयोग गठित किया है.
गौरतलब हो कि पिछले साल 5 दिसंबर को रात तकरीबन 11.30 बजे तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता का निधन हो गया. जयललिता को कार्डिएक अरेस्ट हुआ था. जिसके बाद उन्हें अपोलो अस्पताल के प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में भर्ती किया गया था.
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* जयललिता की मौत पर खुलासा
तमिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री और अन्नाद्रमुक नेता डिंडीगुल श्रीनिवासन ने दावा किया है कि शशिकला के डर से पार्टी नेताओं ने पिछले वर्ष जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोला ताकि लोगों को यह विश्वास रहे कि उनकी हालत सुधर रही है.
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उन्होंने कहा किसी को भी दिवंगत मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति नहीं दी गयी. जो भी वहां आते शशिकला के रिश्तेदार उन्हें यह बताते कि वह (जयललिता) ठीक हैं. श्रीनिवासन ने कल देर रात यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में झूठ बोलने के लिए अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं और जनता से क्षमा मांगते है.
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श्रीनिवासन ने कहा मैं आपसे माफी मांगता हूं. कृपया मुझे माफ कर दीजिये. हमने यह झूठ बोला कि अम्मा (जयललिता) सांबर, चटनी खा रही है, चाय पी रही है. यह झूठ इसलिए बोला ताकि आप इस विश्वास में रहे कि उनकी हालत सुधर रही है. असल में किसी ने भी अम्मा को इडली खाते हुए या चाय पीते हुए नहीं देखा. यह सब झूठ है.