अमेरिकी रक्षा मंत्री ने की मोदी से मुलाकात, भारत-अमेरिका सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा
नयी दिल्ली : भारत यात्रा पर आये अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने मंगलवारको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस दौरान शांति, स्थिरता तथा आतंकवाद से लड़ने के लिए साझा प्राथमिकताओं के लिहाज से भारत और अमेरिका के बीच विस्तृत क्षेत्रीय तथा वैश्विक सहयोग पर चर्चा की. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के […]
नयी दिल्ली : भारत यात्रा पर आये अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने मंगलवारको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस दौरान शांति, स्थिरता तथा आतंकवाद से लड़ने के लिए साझा प्राथमिकताओं के लिहाज से भारत और अमेरिका के बीच विस्तृत क्षेत्रीय तथा वैश्विक सहयोग पर चर्चा की. प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार इस मुलाकात में मोदी ने आपसी हितों के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर भारत और अमेरिका की गहन साझेदारी की प्रशंसा की.
प्रधानमंत्री ने इस साल जून में हुई अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्यापक, स्पष्ट और सकारात्मक बातचीत को याद किया. मैटिस ने प्रधानमंत्री को द्विपक्षीय एजेंडा को आगे बढ़ाने में तथा उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान लिए गये फैसलों को लागू करने में हुई प्रगति की जानकारी दी. इससे पहले मैटिस ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से विस्तार से चर्चा की.
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिका के रक्षामंत्री जेम्स मैटिस के बीच आतंकवाद, अफगानिस्तान सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई. द्विपक्षीय वार्ता के बाद रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमारे पड़ोस की स्थिति और सीमा-पार आतंकवाद के बढ़ते खतरे पर विस्तार से चर्चा हुई. इस मुद्दे पर हम दोनों देशों के रुख में समानता बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष इस बात का महत्व समझते हैं कि उन लोगों को देखना होगा जो आतंकवाद को अपनी राष्ट्रनीति के उपकरण के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और उस आधारभूत ढांचे को नष्ट किया जाये जो आतंकवाद का समर्थन करता है.इस महीनेकी शुरुआत में रक्षामंत्री का पदसंभालनेवाली निर्मला सीतारमणकी यह पहली अहमरक्षा वार्ता है. उन्होंने साफगोईसे अमेरिकी रक्षामंत्री सेपाकिस्तान सेआतंकवाद पर सवाल पूछने का भी आग्रह किया. उन्होंने अमेरिकी रक्षामंत्री के समक्ष पाकिस्तान को मिलनेवालीआर्थिक मदद का मुद्दा भी उठाया.