कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री माखनलाल फोतेदार का निधन
गुरुग्राम : पूर्व सांसद औरकेंद्रीय मंत्री माखनलाल फोतेदार का गुरुवार को गुरुग्राम में निधन हो गया. वे 85 साल के थे. माखनालाल फोतेदार की गिनती कांग्रेस के कद्दावर और वरिष्ठ नेताओं में होती थी. वे गांधी परिवार वे बेहद करीबी माने जाते थे.कांग्रेसअध्यक्ष सोनिया गांधी सेनहीं बन पाने के कारण उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर […]
गुरुग्राम : पूर्व सांसद औरकेंद्रीय मंत्री माखनलाल फोतेदार का गुरुवार को गुरुग्राम में निधन हो गया. वे 85 साल के थे. माखनालाल फोतेदार की गिनती कांग्रेस के कद्दावर और वरिष्ठ नेताओं में होती थी. वे गांधी परिवार वे बेहद करीबी माने जाते थे.कांग्रेसअध्यक्ष सोनिया गांधी सेनहीं बन पाने के कारण उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर लिया था, जिसके बाद वे सक्रिय राजनीति से दूर होकर अपने परिवार के साथ गुरुग्राम में रह रहे थे.
उनके परिवार में दो बेटियां और तीन बेटे हैं. इंदिरा गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले फोतेदार जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री भी रह चुके थे और साल 1980 से लेकर 1984 तक इंदिरा गांधी के राजनीतिक सचिव भी रह चुके थे. माखनलाल फोतेदार ने कश्मीरी पंडितों के लिए काफी संघर्ष किया था.
यूपीए – 1 और यूपीए – 2 के दौरान नेतृत्व को लेकर सोनिया गांधी और कांग्रेस की रणनीतियों पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था कि सोनिया गांधी की कांग्रेस और इंदिरा गांधी की कांग्रेस में जमीन आसमान का फर्क है. कांग्रेस नेतामाखनलाल फोतेदार के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे अपने पांच दशक के लंबे और सक्रिय राजनीतिक करियर में बिना थके और रुके लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहे और उनकी सेवा करते रहे. उनके जाने से कांग्रेस में जो जगह खाली हुई है उसकी भारपाई कोई नहीं कर सकता है.
माखनलाल फोतेदार ने अपनी किताब द चिनार लीव्स में भारतीय राजनीति और राजनेताओं को लेकर कई बातें कहीं हैं. किताब में उन्होंने सोनिया गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि राहुल राजनीति के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष चापलूसों की राय सुनकर राहुल को आगे बढ़ा रही हैं, जबकि राहुल में अड़ियलपन है. किताब में सोनिया की आलोचना करते हुए माखनलाल फोतेदार ने राहुल गांधी के बजाय प्रियंका गांधी को कांग्रेस का वारिश बताया था.