चुनावी वादे : प्रेमियों की मदद से लेकर शाकाहार को बढावा देने तक के नारे

नयी दिल्ली : विश्व की सबसे विशाल चुनावी प्रक्रिया हिंदुस्तान में जारी है जिसमें रिकार्ड संख्या में 1687 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं और इन दलों के बीच मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अनोखे चुनावी वादे किए जा रहे हैं जिनमें प्रेमी जोडों को शादी करने में मदद देने से लेकर मंत्री प्रणाली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2014 1:04 PM

नयी दिल्ली : विश्व की सबसे विशाल चुनावी प्रक्रिया हिंदुस्तान में जारी है जिसमें रिकार्ड संख्या में 1687 राजनीतिक दल हिस्सा ले रहे हैं और इन दलों के बीच मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अनोखे चुनावी वादे किए जा रहे हैं जिनमें प्रेमी जोडों को शादी करने में मदद देने से लेकर मंत्री प्रणाली को समाप्त किया जाना तक शामिल है.

चुनावी माहौल में कई राजनीतिक दलों ने अपने घोषणापत्रों में आम आदमी पार्टी की सफलता से प्रभावित होकर भ्रष्टाचार के खात्मे को प्रमुखता से शामिल किया है लेकिन कुछ ऐसी पार्टियां भी हैं जो शाकाहार को बढावा देने , ज्ञानवान लोगों का समाज तैयार करने या ईमानदार लोगों की एक जमात तैयार करने जैसे वादे भी कर रही हैं.इनमें से अधिकतर राजनीतिक दलों के नाम ही उनके चरित्र को बखान करने के लिए काफी हैं. चुनाव में भारतीय मुहब्बत पार्टी, द रिलीजन आफ मैन रिवाल्विंग पोलिटिकल पार्टी आफ इंडिया , फ्रीथॉट पार्टी आफ इंडिया , इंडियन ओशनिक पार्टी , जागो पार्टी और जागते रहो पार्टी शामिल हैं. अन्य ऐसे अनोखे नाम वाले दलों में पिरामिड पार्टी आफ इंडिया, लाइफ पीसफुल पार्टी , हौली बैलसिंग पीपुल्स पार्टी , लेबर एंड जॉब सीकर पार्टी आफ इंडिया , नेशनल फ्यूचर पार्टी और मिनिस्टीरियल सिस्टम एबोलिशन पार्टी और बेस्ट क्लास पार्टी शामिल हैं.

निर्वाचन आयोग के ताजा आंकडों के अनुसार, देश में छह राष्ट्रीय राजनीतिक दल हैं और 54 राज्य स्तरीय पार्टियां हैं लेकिन इनके अलावा 1627 गैर मान्यताप्राप्त दल भी हैं. छह राष्ट्रीय दलों में कांग्रेस, भाजपा, बसपा, भाकपा, माकपा और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी हैं. इनमें से कई दलों ने अपने अपने वेबसाइट भी बना रखे हैं लेकिन इन 1627 दलों में अधिकांश के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है. इन दलों को भारतीय निर्वाचन आयोग ने ‘‘पंजीकृत गैर मान्यताप्राप्त पार्टी’’ के रुप में पंजीकृत कर रखा है.

इन सभी राजनीतिक दलों ने देश के विभिन्न भागों में 16वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनावों में अपने उम्मीदवारों को खडा किया है. कई अन्य उम्मीदवार आने वाले दिनों में चुनावी समर में कूद सकते हैं. वर्ष 2009 के पिछले लोकसभा चुनाव में , पंजीकृत गैर मान्यताप्राप्त दलों के 2000 से अधिक उम्मीदवारों ने चुनाव लडा था.

पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त दल खुद को निर्वाचन आयोग के पास दस हजार रुपये का शुल्क देकर और 100 सदस्यों की सूची सौंपकर पंजीकृत कराते हैं. इनमें से कुछ एक दल के बारे में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, इंडियन ओशन पार्टी वर्ष 2010 में स्थापित की गयी थी और इसकी वेबसाइट का नाम है ‘एन ओशन आफ फिलोसफीज, एन ओशन आफ होनेस्ट पीपुल , एन ओशन व्हेयर पावर आफ क्रिएटिंग ए प्रोसपरस इंडिया इज डेवलेप्ड’’ है.

लेकिन इसमें रोचक बात यह है कि पार्टी का चुनाव चिन्ह ओशन (समुद्र) नहीं बल्कि टेलिफोन है जो लोगों के बीच संपर्क का प्रतीक है. पिरामिड पार्टी आफ इंडिया कहती है कि चुनाव के माध्यम से उसका मकसद भारत के लोगों को साधकों के रुप में परिवर्तित करना है , लोगों को ज्ञानवान बनाना है , शाकाहारी और शांति प्रेमी बनाना है.

भारतीय मुहब्बत पार्टी या नेशनल लव पार्टी एक ऐसा राजनीतिक संगठन है जिसकी स्थापना वेलेंटाइन डे के अवसर पर 14 फरवरी 2012 को हुई थी और यह प्रेमियों की मदद करने और उन्हें शादी करने में सहायता का दावा करती है. जागते रहो पार्टी की स्थापना सामाजिक कार्यकर्ता प्रफुल्ल देसाई ने की थी जिसका मुख्य मकसद भ्रष्टाचार से लडना है.

Next Article

Exit mobile version