कुमार विश्वास का मोदी सरकार पर प्रहार, किसने कहा : मोदी लहर अब कहर है, समझा था अमृत पूरा जहर है
नयी दिल्ली : कभी नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रशंसक रहे कवि और अब आम आदमी पार्टी (आम) के नेता डॉ कुमार विश्वास ने मोदी और उनकी सरकार पर जबर्दस्त प्रहार किया है.विपक्ष को भी उन्होंने निशाने पर लिया है. सोशलमीडियाट्विटरपर ‘आप’ के राजस्थान प्रभारी कुमार विश्वास ने लिखा, ‘अजीब वास्कोडिगामा है. हर नाकामी का […]
नयी दिल्ली : कभी नरेंद्र मोदी और भाजपा के प्रशंसक रहे कवि और अब आम आदमी पार्टी (आम) के नेता डॉ कुमार विश्वास ने मोदी और उनकी सरकार पर जबर्दस्त प्रहार किया है.विपक्ष को भी उन्होंने निशाने पर लिया है. सोशलमीडियाट्विटरपर ‘आप’ के राजस्थान प्रभारी कुमार विश्वास ने लिखा, ‘अजीब वास्कोडिगामा है. हर नाकामी का दोष पिछले कोलम्बसों पर थोप देता है. भाई, आपको क्या लहर गिनने के लिए पतवार दी है देश ने? हद है थेथरई की.’
इन्होंने आज के हादसे के लिए जुलाई में RM और PM को टैग करके चेताया था,किसी ने ध्यान नहीं दिया.गालीबाजों से मुक्ति पाएँ तो काम के Tweet देखें👎 https://t.co/V6K7DqNNJC
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 29, 2017
विश्वास के इस ट्वीट को 3,087 बार री-ट्वीट और 8,707 बार लाइक किया जा चुका है. उनके ट्वीट पर भारी संख्या में लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. दरअसल, मुंबई के एलफिंस्टन-परेल स्टेशन के फुटओवरब्रिज पर भगदड़ में 22 लोगों की मौत के बादइस घटना के लिए भाजपा ने पिछली सरकारों को लिए जिम्मेदार ठहराया था.
अजीब वास्कोडिगामा है हर नाकामी का दोष पिछले कोलम्बसों पर थोप देता है. भाई आपको क्या लहर गिनने के लिए पतवार दी है देश ने?हद्द है थेथरई की😳😡👎
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 29, 2017
कुमार विश्वास : भाजपा के एजेंट या अरविंद केजरीवाल के छोटे भाई!
इसके बाद कुमार विश्वास ने मोदी सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकालने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. कुमार विश्वास ने पीएम मोदी की तुलना वास्कोडिगामा और पिछली सरकारों की तुलना कोलम्बस से करते हुए हुआ उक्त टिप्पणी की.
दूसरीतरफ़ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का निकम्मा,हतलक्ष्य,आत्ममुग्ध बौना विपक्ष है जो सुविधाजनक मौन व मुखरता का भोथरा हथियार भाँजता रहता है https://t.co/VWa7qeLOel
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 29, 2017
कुमार के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए काव्या आनंद त्रिवेदी ने लिखा, ‘मोदी लहर अब कहर है, समझा था अमृत, पूरा जहर है. इसको लात मारो सब, यही देश के लिए बेहतर है.’ वहीं, अनुपम सिंह ने लिखा, ‘साढ़े तीन साल से लहर ही तो गिन रहे हैं. वो पतवार जो थी ही नहीं, वो विदेश में भूल आये हैं.’
ऐसा लगता है कि अशोक चतुर्वेदी को डॉ विश्वासकीटिप्पणी अच्छी नहीं लगी. उन्होंने मोदी का विरोध करनेवालोंको 6 साल सब्र रखने की सलाह दे डाली. लिखा, ‘तुम भी अजीब इन्सान हो. 60 साल की कमी 3 साल में चाहते हो. तुमने इन्सान चुना है, भगवान नहीं. हमारे बुजुर्गों ने 60 साल धीरज रखा है, 6 साल तो रखें.’ इस टिप्पणी में ऐसा लगता है कि चतुर्वेदी ‘3 साल में सारी कमी दूर कर लेना चाहते हो’ लिखना चाहते हैं, जो शब्दसीमा की वजह से नहीं लिख पाये.
और ये 70 साल-70 साल क्या है😡?कम से 6 अटलजी के और 3 अपने तो बख़्श दो या इतिहास की तरह गणित भी येल से ही पढ़ा था?😳👎 https://t.co/Nl9Bl7StRs
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 29, 2017
खैर, कुमार विश्वास ने भाजपा पर एक और जोरदार प्रहार किया. लिखा, ‘और ये 70 साल-70 साल क्या है? कम से कम 6 अटलजी के और 3 अपने तो बख्श दो. या इतिहास की तरह गणित भी येल से ही पढ़ा था? कुमार ने विरोधी दलों को भी नहीं बख्शा. उन्होंने ट्वीट किया, ‘दूसरी तरफ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का निकम्मा, हतलक्ष्य, आत्ममुग्ध बौना विपक्ष है, जो सुविधाजनक मौन व मुखरता का भोथरा हथियार भांजता रहता है.’