हिमाचल : एम्स के शिलान्यास के बहाने पीएम मोदी ने किया विधानसभा चुनाव का आगाज, कांग्रेस पर बरसे

विलासपुर : प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी आज हिमाचल प्रदेश के दौरे पर है. इस दौरान उन्होंने एम्स की आधारशिला रखी. मौके पर उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के वक्त हर मंत्रालय में एक प्रधानमंत्री होते थे. हमने इन बाधाओं को दूर किया है. 70 करोड़ के प्रोजेक्ट को जमीन पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2017 1:51 PM

विलासपुर : प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी आज हिमाचल प्रदेश के दौरे पर है. इस दौरान उन्होंने एम्स की आधारशिला रखी. मौके पर उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के वक्त हर मंत्रालय में एक प्रधानमंत्री होते थे. हमने इन बाधाओं को दूर किया है. 70 करोड़ के प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने से पहले दो मंत्रालयों में लड़ाई होती थी.

सरकार अब कैसे चलती है और तब कैसे चलती है यह देखने हैं तो स्टील इंडस्ट्री को देख लीजिये. सात साल से 70 करोड़ का प्रोजेक्ट लटका रहा. दुर्बल सरकार थी जहां हर डिपार्टमेंट में एक प्रधानमंत्री होते थे. मैं इन दिनों सभी मुख्य सचिव के साथ परियोजनाओं के ‘प्रगति’ नाम का काम देखता हूं. डिपार्टमेंट का एक -एक प्रोजेक्ट मैं निकाल कर जमीन पर उतार रहा हूं. कुछ जगहों पर प्रोडक्शन का काम शुरू हुआ. हमनें वन रैंक, वन पेंशन लागू कराया. सेना के जवान इस फैसले से भाव – विभोर हो गये. हिमाचल के मंडी में आये थे तो हनमे कहा था वन रैंक वन पेंशन देंगे. करीब साढ़े आठ हजार करोड़ वितरित कर दिया. मैं जानता हू कि सरकार पर बोझ आता है लेकिन ये मुझे करना था.

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की केरल यात्रा के क्या हैं मायने?

हिमाचल से मेरा विशेष नाता रहा है. मैं जानता हूं कि पहाड़ों से तराई पर उतरना होता है तो कितना मेहनत करना पड़ता है. यह देव भूमि है. यही माताओं की भूमि है, यह ओजस्वी और तेजस्वी जवानों की भूमि है. भाईयो और बहनों, यह गोविन्द सागर देख रहा हूं. यह गुरू गोविन्द जी की याद दिलाता है. यह गोविन्द सागर विलासपुर के लोगों की त्याग का कथा भी कहता है. देश में कृषि क्रांति लाने में विलासपुर के त्याग की गाथा समायी हुई है. यह गोविन्दसागर, यहां के नागरिकों ने देश के विकास के लिए जो त्याग किया. उसी के कारण समय रहते देश में अन्न का भंडार है.

यहां आने से पहले सरकारी कार्यक्रम में था. वहां मॉडल दिखाया गया. मैप दिखाया गया. 1300 करोड़ के लागत से बनने वाला यह अस्पताल पूर्वी भारत का केंद्र बनेगा. ऐसी व्यवस्था जो हिमाचल के स्वास्थ्य से जुड़ी है. हिमाचल प्रदेश में पुरूषों के मृत्यु दर का शिकार हो रहे हैं. यहां लोग चालीस साल आते – आते श्वांस की बीमारी के शिकार हो जाते हैं. यहां के लोगों को आरोग्य की उत्तम से उत्तम सुविधा मिले. हमारे नड्डा जी आरोग्य मंत्री है. अभी उन्होंने एक योजना बनायी है – इंद्रधनुष. दुनिया के किसी देश में अगर ऐसी योजना होती न जाने कितनी वाह- वाही होती. लेकिन भारत में चीजों को समझने में देर लगती है. लाखों बालक टीकाकरण से चूक जाते हैं. लोग अपने सपने को छोड़कर अपने बीमार संतान के पीछे लगे रहते हैं. हमारे नड्डा जी ने इंद्रधनुष योजना की तहत टीकाकरण करवाया. यह भी ध्यान आया कि शहरी क्षेत्रों में छूट गये हैं.

मैं हर किसी से आग्रह करता है कि दिवाली से पहले बच्चों का टीकाकरण कीजिये. आज यहां ट्रिपल आईआईआईटी की शिलान्यास किया गया. हम ट्रिपल आइआइटी का ऐसा परिसर बनाने की कोशिश करते हैं. जो हिमाचल की नयी कहानी लिखेगी. ट्रिपल आइटी का मतलब, हिमाचल में नये युग का शिलान्यास हुआ है. एक ऐसी नयी पीढ़ी का जन्म हुआ है जो टेक्नॉलाजी के क्षेत्र में आगे बढ़ायेंगे.

Next Article

Exit mobile version