आतंकवाद के फंडिंग मामले में एनआईए ने MLA राशिद इंजीनियर से की पूछताछ

नयी दिल्लीः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के वित्त पोषण के एक मामले में बुधवार को जम्मू-कश्मीर के निर्दलीय विधायक शेख अब्दुल राशिद से पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि राशिद इंजीनियर के नाम से पहचाने जाने वाले इस विधायक से करीब छह घंटे तक पूछताछ की गयी. जांच एजेंसी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2017 9:52 PM

नयी दिल्लीः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के वित्त पोषण के एक मामले में बुधवार को जम्मू-कश्मीर के निर्दलीय विधायक शेख अब्दुल राशिद से पूछताछ की. अधिकारियों ने बताया कि राशिद इंजीनियर के नाम से पहचाने जाने वाले इस विधायक से करीब छह घंटे तक पूछताछ की गयी. जांच एजेंसी की आेर से उन्हें बुधवार को फिर उपस्थित होने के लिए कहा गया है.

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एनआईए मुख्यालय से बाहर निकलते हुए राशिद ने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि वह मौजूदा जांच के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इंतजार करने के लिए शुक्रिया, लेकिन जांच के बारे में बात करना वाजिब नहीं रहेगा. वह उत्तर कश्मीर में लंगाते विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं.

एनआईए के समक्ष पेश होने से पहले राशिद ने कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. उन्होंने एनआईए कार्यालय में प्रवेश करने से पहले संवाददाताओं से कहा कि मेरे नाम पर मीडिया ट्रायल शुरू होने के बाद मैंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष से जांच शुरू करने और सच्चाई का पता लगाने के लिए कहा है. विधायक ने कहा कि उन्हें न्यायिक प्रणाली में पूरा भरोसा है. कारोबारी जहूर वाताली से पूछताछ के दौरान राशिद का नाम सामने आया. वाताली को एनआईए ने कश्मीर घाटी में आतंकवादी संगठनों और अलगाववादियों को धन मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

एनआईए अधिकारियों का कहना है कि पिछले 30 मई को उन अलगाववादी संगठनों और अलगाववादी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था, जो हिज्बुल मुजाहिद्दीन, दुख्तरान-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े थे. जांच एजेंसी ने प्राथमिकी में कहा कि हवाला समेत विभिन्न गैरकानूनी माध्यमों से धन जुटाने, जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी और आतंकवादी गतिविधियों के वित्त पोषण और सुरक्षाबलों पर पथराव कर घाटी में अशांति पैदा करने, स्कूल जलाने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मामला दर्ज किया गया.

पाकिस्तान स्थित जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद को प्राथमिकी में आरोपी नामजद किया गया है. प्राथमिकी में सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के दो धड़ों और दुख्तरान-ए-मिल्लत जैसे संगठनों को भी नामजद किया गया है. एनआईए ने आतंकवादी गतिविधियों के कथित वित्त पोषण के मामले के संबंध में अभी तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस सूची में गिलानी का दामाद अल्ताफ शाह और वाताली भी शामिल है.

गिलानी के करीबी सहायक एयाज अकबर और पीर सैफुल्लाह को भी गिरफ्तार किया गया है. अकबर कट्टरपंथी अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्यित का प्रवक्ता भी है. हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े का प्रवक्ता शाहिद-उल-इस्लाम, मेहराजुद्दीन कलवल, नईम खान, फारुक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे, फोटो पत्रकार कामरान युसूफ और जावेद अहमद भट भी इस सूची में शामिल हैं.

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