बेंगलुरु : चलती ट्रेन के साथ सेल्फी लेने के चक्कर में आज बेंगलुरु के पास तीन किशोरों की मौत हो गयी.पुलिस ने बताया कि यह घटना यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर बिदादी के पास हुयी और तीनों लडके सेल्फी लेने के चक्कर में चलती ट्रेन की चपेट में आ गए. मृतकों की उम्र 16 से 18 साल के बीच थी. लडके कथित तौर पर नशे की हालत में थे. रामनगर के पुलिस अधीक्षक रमेश भनोट ने कहा कि कुछ लोगों ने उन्हें तस्वीरें खींचते देखा था. तीन में से दो नेशनल कालेज के छात्र थे जबकि एक ने पढाई बीच में ही छोड दी थी.पिछले दो साल में सेल्फी के चक्कर में दुनियाभर में 127 लोगों की जान जा चुकी है. इनमें 76 लोग सिर्फ भारत से है. सेल्फी के चक्कर में जान गंवाने वालों में भारत दुनिया में नंबर वन है
सेल्फी ने ले ली बिहार के दो युवकों की जान, एक आया ट्रेन की चपेट में, दूसरा नदी में डूबा
बिहार में भी सेल्फी लेने के चक्कर में दो लोगों की हुई थी मौत
बिहार के दो युवकों की मौत मंगलवार को सेल्फी लेने के चक्कर में हो गयी. सुपौल जिले के रतनपुरा थाने के नरपतपट्टी के आशुतोष की मौत जहां नदी में डूबने से हो गयी, वहीं कोलकाता के नदिया जिले के विजयनगर में राकेश त्रिभुवन की मौत ट्रेन से कट कर हो गयी.सुपौल जिले के रतनपुरा थाना क्षेत्र स्थित नरपतपट्टी का निवासी 24 वर्षीय आशुतोष राज मंगलवार को सेल्फी लेने के दौरान कोसी में समा गया. आशुतोष पटना के डैडकिन कंप्यूटर इंस्टीट्यूट में हार्डवेयर इंजीनियरिंग का छात्र था. वह दादी के श्राद्धकर्म में शामिल होने गांव गया था़ इसी दौरान वह कोसी नदी के पूर्वी तटबंध के 17 किलोमीटर स्पर पर सेल्फी लेने चला गया. अचानक पैर फिसलने से कोसी में समा गया. परिजनों ने इसकी सूचना एनडीआरएफ की टीम को दी. एनडीआरएफ की टीम ने शव की तलाश की, लेकिन नहीं मिला. आशुतोष तीन दोस्तों के साथ कोसी नदी के पूर्वी तटबंध पर गया था. वहीं, मित्रों के साथ नदी के किनारे सेल्फी लेने लगा. लेकिन, इसी दौरान उसके पांव फिसल गया और वह कोसी नदी में डूब गया.