मुंबई : भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके भाई अनीस इब्राहिम को प्रतिष्ठित बिल्डर से तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में वांछित आरोपी बनाया गया है. ठाणे पुलिस ने बताया कि दाऊद के भाई इकबाल कासकर पर पहले से ही मामला दर्ज है.
ठाणे पुलिस की अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि जबरन वसूली का यह अपनी तरह का पहला मामला है जिसमें तीनों भाई वांछित हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे पुलिस की अपराध शाखा ने बिल्डर की शिकायत पर रंगदारी के अपराध में कासकर और दाऊद गिरोह के सदस्यों के खिलाफ मंगलवारको मामला दर्ज किया था. अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मामले में पूछताछ के दौरान दाऊद और अनीस की कथित भूमिका सामने आयी थी जिसके बाद दोनों को इस मामले में वांछित आरोपी के रूप में शामिल किया गया.
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि इस मामले में शिकायतकर्ता एक बिल्डर है जिसे कुछ महीनों पहले ठाणे अपराध शाखा द्वारा शहरी भूमि हदबंदी (यूएलसी) घोटाले में गिरफ्तार किया गया था. अनीस इब्राहिम ने कथित तौर पर बिल्डर को जमीन पर अपना दावा छोड़ने के लिए कई बार धमकी दी क्योंकि उसने सौदे के संबंध में दूसरे पक्ष की मदद की थी. अधिकारी ने कहा कथित तौर पर बिल्डर पर दबाव डालने के लिए दूसरे बिल्डर के करीबी कुछ लोग दुबई में दाऊद के एक करीबी से मुलाकात करने गये थे. उन्होंने कहा, हमनें संदिग्धों के पासपोर्ट के विवरण मांगे हैं और हम उनके यात्रा मार्ग की भी जांच करेंगे. वर्ष 1993 के मुंबई सिलसिलेवार बम धमाकों में दाऊद मुख्य आरोपी है.
अधिकारी ने बताया कि कासकर और उसके गिरोह के सदस्यों पर उत्तरी मुंबई में बिल्डर से तीन करोड रपये की वसूली करने के आरोप में पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले महीने वसूली गिरोह की जांच के संबंध में कासकर और उसके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ दर्ज वसूली का यह तीसरा मामला है. उन्होंने बताया कि बिल्डर की ताजा शिकायत के अनुसार, कासकर ने गोरई इलाके में 38 एकड की भूमि के सौदे को लेकर बिल्डर को कथित तौर पर धमकी दी तथा तीन करोड़ रुपये की उगाही की थी.
कासकर और उसके दो सहयोगी मुमताज शेख और इसरार अली जामिल सैय्यद को ठाणे पुलिस जबरन वसूली निरोधक प्रकोष्ठ (एईसी) ने 18 सितंबर को गिरफ्तार किया था. एनकाउंटर विशेषज्ञ प्रदीप शर्मा और उनकी टीम ने एक बिल्डर से 30 लाख रुपये और चार फ्लैट जबरन वसूलने के मामले में उनकी गिरफ्तारी की थी. ठाणे स्थित एक आभूषण विक्रेता द्वारा की गयी रंगदारी मांगे जाने की शिकायत पर उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया था. हाल ही में ठाणे अपराध शाखा के एईसी ने बोरीवली के कारोबारी पंकज गंगार को जबरन वसूली रैकेट के संबंध में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने पहले कहा था कि गंगार मटका किंग पप्पू सावला का करीबी सहायक है और दाऊद के करीबी छोटा शकील को हर माह 10 से 15 लाख रुपये भेजता था. पुलिस के अनुसार, गंगार अवैध हवाला लेनदेन के जरिये शकील को रुपये भेजता था. अधिकारी ने बताया कि जबरन वसूली रैकेट मामले में छोटा शकील का नाम भी आया था और उसे वांछित आरोपी घोषित किया जा चुका है.