BHU छात्रा के साथ फिर हुई छेड़खानी और मारपीट, कैलाश सत्यार्थी ने की निंदा
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रा के साथ छेड़छाड़ के बाद हुए बवाल को ज्यादा दिन नहीं बीते हैं और एक बार फिर एक छात्रा छेड़छाड़ और मारपीट की शिकार हो गयी. जी हां, गुरुवार को विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र संकाय में एक छात्रा के साथ कथित छेड़छाड़और मारपीट का मामला सामने आया है. पीड़िता की […]
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्रा के साथ छेड़छाड़ के बाद हुए बवाल को ज्यादा दिन नहीं बीते हैं और एक बार फिर एक छात्रा छेड़छाड़ और मारपीट की शिकार हो गयी. जी हां, गुरुवार को विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र संकाय में एक छात्रा के साथ कथित छेड़छाड़और मारपीट का मामला सामने आया है.
पीड़िता की शिकायत पर प्राॅक्टरियल बोर्ड और लंका पुलिस तत्काल हरकत में आयी. पुलिस ने छेड़छाड़ के आरोपी छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, हुआ कुछ यूं कि गुरुवार दोपहर में विवि के समाजशास्त्र विभाग में कक्षाएं समाप्त होने पर एमए सोशियोलाॅजी थर्ड सेमेस्टर की एक छात्रा विभाग से बाहर निकल रही थी.
इसी दौरान एमए पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन तृतीय वर्ष का आरोपी छात्र शीतल शरण गौड़ छात्रा को रोक कर उससे बदतमीजी करने लगा. छात्रा के विरोध करने पर छात्र ने जबरन उसका मोबाइल छीना और उसके बाल खींच कर तीन-चार थप्पड़ मार दिये. घटना से क्षुब्ध छात्रा ने तत्काल प्राॅक्टर को घटना की जानकारी दी.
सूचना पाते ही प्राॅक्टरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मी विभाग में पहुंचे. उधर छात्रा ने आरोपी छात्र के खिलाफ लंका थाने मेंशिकायत दर्ज करायी. इस पर हरकत में आते हुए लंका पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया.
गौरतलब है कि इससे पहले 21 सितंबर को विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, जिसके बाद प्रशासन और छात्र आमने-सामने आ गये थे.
बीएचयू कैंपस में छेड़छाड़ की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर पुलिस ने जम कर लाठियां भांजी थी. इस घटना की तफ्तीश क्राइम ब्रांच कर रहा है. देश भर की मीडिया की सुर्खियों में आये इस मामले में क्राइम ब्रांच ने पूर्व प्रॉक्टर प्रो ओंकारनाथ सिंह समेत 20 लोगों को समन किया था.
कैलाश सत्यार्थी ने की निंदा, कहा – एकजुट रहें छात्र-छात्राएं
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में हाल ही में हुई हिंसा की निंदा करते हुए नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा है छात्रों को हमेशा सचेत रहना चाहिए ताकि कोई भी उन्हें तुच्छ चुनावी मकसद के लिए विभाजित नहीं कर सके.
सत्यार्थी ने बीएचयू की उस छात्रा की सराहना भी की जिसके साथ छेड़छाड़ हुई थी और उसने इसके खिलाफ आवाज उठाते हुए परेशान करने वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज करवायी थी.
उन्होंने कहा, बीएचयू में जो कुछ हुआ उससे मुझे पीड़ा होती है. लेकिन सबसे पहले मैं यह कहना चाहूंगा कि जिस छात्रा के साथ छेड़छाड़ हुई, वह साहसी भारतीय लड़की है जिसने भारत की आवाज का प्रतिनिधित्व किया.
उसने अपनी चुप्पी तोड़ी और शिकायत दर्ज करवायी. इसलिए मैं उसके साहस की प्रशंसा करता हूं. सत्यार्थी ने कहा, जिस तरह से स्टाफ के कुछ सदस्यों, वाचमैन, सुरक्षा गार्डों ने उसके साथ व्यवहार किया वह आपत्तिजनक और अस्वीकार्य है.
यह सदियों पुरानी मानसिकता को दर्शाता है कि पीड़िता को कलंकित किया जाये और जिम्मेदार ठहराया जाये. बजाय इसके कि छेड़छाड़ के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये.
उन्होंने कहा, कई बार तुच्छ राजनीतिक मकसद के लिए राजनीति युवाओं और विश्वविद्यालय छात्रों को विभाजित करती है. इसलिए मैं छात्रों से अपील करना चाहूंगा वह एकजुट होकर रहें. अपने काॅलेज और विश्वविद्यालय परिसर को सुरक्षित रखें और यह पूरी तरह अहिंसक तरीके से ही संभव हो सकता है.