दिल्ली में बुजुर्ग महिला, तीन बेटियों और एक सुरक्षा गार्ड की गला काट कर हत्या

नयी दिल्ली : उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शाहदरा के मानसरोवर पार्क इलाके में 82 साल की एक बुजुर्ग महिला, उनकी तीन बेटियों और एक सुरक्षा गार्ड को घर में मृत पाया गया. उनके गले कटे हुए थे. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान उर्मिला जिंदल, उनकी बेटियों संगीता गुप्ता (56), नुपुर जिंदल (48) और अंजलि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2017 11:06 PM

नयी दिल्ली : उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शाहदरा के मानसरोवर पार्क इलाके में 82 साल की एक बुजुर्ग महिला, उनकी तीन बेटियों और एक सुरक्षा गार्ड को घर में मृत पाया गया. उनके गले कटे हुए थे. पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान उर्मिला जिंदल, उनकी बेटियों संगीता गुप्ता (56), नुपुर जिंदल (48) और अंजलि जिंदल (38) एवं उनके सुरक्षा गार्ड राकेश (42) के तौर पर हुई है. उर्मिला का घर एक ऐसे परिसर में है जिसमें कुल 40 सदस्योंवाले सात परिवार रहते हैं. इनमें से एक परिवार में उर्मिला और उनकी तीन बेटियां थीं. अन्य छह परिवार उनके पति के पक्ष से थे. पुलिस अधिकारियों को शक है कि किसी परिचित ने उन लोगों की हत्या की. पुलिस को घर में किसी के जबरन घुसने के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. पीड़ित परिवार से परिचित कुछ लोगों ने पुलिस के सामने दावा किया कि यह हत्या संपत्ति विवाद का नतीजा रही होगी. हालांकि, पीड़ित परिवार ने इस दावे को नकारते हुए कहा कि इस घटना को लुटेरों ने अंजाम दिया है.

शाहदरा की पुलिस उपायुक्त नुपूर प्रसाद ने कहा कि उर्मिला अपनी कुछ संपत्तियां बेचना चाह रही थीं. उन्होंने कहा कि उन्हें अब तक परिवार के सदस्यों के बीच संपत्ति विवाद के कोई सबूत नहीं मिले हैं. साल 1931 से ही जिंदल परिवार इस इलाके में रह रहा है. इस परिवार के लोग व्यापार करते हैं. उर्मिला के घर में हर रोज फूल देनेवाला व्यक्ति रोजाना की तरह आया था, लेकिन सुरक्षा गार्ड सुबह करीब 6:30 बजे फूल लेने नहीं आया.

एक परिजन ने बताया कि गेट खुला होने के कारण वह भीतर गया और देखा कि राकेश गेट के पास खून से लथपथ पड़ा है और वहां मोटरसाइकिलें एवं कारें खडी हैं. उसने उर्मिला के भतीजे राकेश जिंदल को इस बारे में सूचित किया जो सुबह की सैर पर जा रहा था. गार्ड का गला रेता हुआ था. पुलिस को भी घटना की सूचना दी गयी. सुरक्षा गार्ड पिछले आठ-नौ साल से जिंदल परिवार के साथ काम कर रहा था.

पुलिस टीम के पहुंचने के बाद परिवार के ड्राइवर को उर्मिला के घर की सीढ़ियों से ऊपरी मंजिल पर भेजा गया ताकि वह कार की चाबी ला सके और कार को गार्ड के शव के पास से हटाया जा सके. परिवार के एक सदस्य ने बताया कि ड्राइवर ने देखा कि दरवाजा बाहर से बंद था और इसे खोलने के बाद उसने कमरे में चार महिलाओं के खून से लथपथ शव देखे. पुलिस को शक है कि घर को जान बूझकर तहस नहस किया गया, ताकि देखने से लगे कि यह लूटपाट का मामला है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, महिलाओं के शरीर पर जितने आभूषण थे, उन्हें छुआ भी नहीं गया. एक महंगा मोबाइल फोन शवों के पास ही पड़ा हुआ था. उन्होंने कहा कि यह भी जांच का विषय है कि शवों के बरामद होने तक परिवार के अन्य सदस्यों को कैसे इसकी भनक तक नहीं लगी कि कुछ गड़बड़ है. पुलिस को शक है कि करीब आधी रात के वक्त कम से कम पांच लोगों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया.

Next Article

Exit mobile version