-भारतीय सीमा में घुस कर चीनी सेना ने बना लिये बंकर
-भारतीय सैनिकों का सर काट कर ले गये पाकिस्तानी
-पूरा अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है, तवांग तो उसका इलाका भर है
भारत में चीनी राजदूत
खबरों की ये तीन सुर्खियां तो बस बानगी हैं. शास्त्रों में कहा गया है कि जिस राज्य की सीमा सुरक्षित न हो, वहां के नागरिकों को कष्ट भोगने के लिए तैयार रहना चाहिए. हम तो यही कामना करते हैं कि शास्त्र की उक्ति कभी सच साबित न हो. पर देश की सीमाओं और अपनी सुरक्षा के जो हालात हैं, वे वास्तव में चौंकाने वाले हैं. हमारी सेना हरवे-हथियारों की भारी किल्लत ङोल रही है. हथियारों की खरीद के कई प्रस्ताव अरसे से लटके पड़े हैं. कहा तो यहां तक जा रहा है कि अगर युद्ध जैसे हालात पैदा हो जाये, तो सेना के पास मुकाबले के लिए साजो-सामान 20 दिनों से ज्यादा के नहीं हैं. यह तसवीर है, हमारी डिफेंस की. सुरक्षा के प्रति सत्ता-राजनीति का यह गहरा निर्विकार भाव क्यों? क्या ये हालात किसी संप्रभुदेश के लिए लज्जजनक नहीं हैं? देश की सुरक्षा और उसकी अंदरूनी राजनीति का जायजा लेती कवर स्टोरी