नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश के शहरों में ही नहीं, बल्कि गांवों में मार्केट बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर शहरों में बिजली है, तो गांवों में भी बिजली होनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि 18000 गांव ऐसे थे, जो कि 18वीं शताब्दी में जी रहे थे, वहां पर बिजली नहीं थी. हमने लालकिले से 1000 दिन में इन गांवों में बिजली देने का बीड़ा उठाया, अब तक 15,000 गांवों में बिजली पहुंचा चुके हैं. हमारी सरकार मुफ्त में बिजली कनेक्शन दे रही है.
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ग्रामीण विकास मंत्रालय की आेर से नयी दिल्ली में समाजवादी नेता नानाजी देशमुख शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री मोदी कहा कि सरकार का लक्ष्य 2022 में किसानों की आय को दोगुना करने का है. किसान की लागत कम और मुनाफा कम करना है. खुले में शौच के खिलाफ सरकार का अभियान काम कर रहा है. अब शौचालय का नाम अब गांवों में ‘इज्जतघर’ हो गया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में केवल वोट का अधिकार नहीं है, बल्कि जनता की भागीदारी भी काफी जरूरी है. सरकार हर योजना की समीक्षा कर रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने जो दिशा एप लॉन्च किया है, उससे गुड गवर्नेंस को फायदा मिलेगा. ग्रामीण भारत में चल रही योजनाओं के बारे में सारी जानकारी मिल सकेगी. दिशा के माध्यम से जनप्रतिनिधि लोगों के साथ जुड़ पायेगा. पीएम मोदी ने कहा कि गांवों को शहर के बराबर खड़ा करना होगा, देश में जातिवाद का जहर खत्म करना होगा. उन्हें आत्मनिर्भर करना जरूरी है. जिन राज्यों में ज्यादा गरीबी है, वहां पर मनरेगा का काम कम है, लेकिन जहां पर गुड गवर्नेंस है, वहां पर मनरेगा का काम ज्यादा है.
उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार इनके सपनों के आधार पर ग्रामीण भारत के विकास की ओर आगे बढ़ रही है. गांव की शक्ति को ही जोड़कर देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं. ग्रामीणों के सुझाव के आधार पर ही ग्रामीण विकास के लिए रोडमैप पर काम कर रहे हैं. सिर्फ विकास करने से बात पूरी नहीं होगी, सिर्फ अच्छा करने से बात पूरी नहीं होगी. चीजों को समय-सीमा में करने से ही काम अच्छा होगा.
मोदी ने कहा कि 2022 में ग्रामीण विकास की गति तेज होगी, जो विकास 70 साल से रुका हुआ है. गांव का नागरिक भी शहर की जिंदगी चाहता है. शहर और गांव में बिजली 24 घंटे बिजली जानी चाहिए. देश नानाजी देशमुख को जानता नहीं था, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी पहचान बनायी. पीएम ने कहा कि जयप्रकाश के आंदोलन के कारण ही दिल्ली की सत्ता हिल गयी थी. जब जेपी पर हमला हुआ, तो नानाजी देशमुख ने उस हमले को झेल लिया और हाथ की हड्डी टूट गयी. लोकनायक जयप्रकाश युवाओं के लिए प्रेरणा है.
पीएम मोदी ने कहा कि जय प्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख ने देश में गरीबों के लिए काम किया. महात्मा गांधी ने जिस आंदोलन की शुरुआत की थी, उसकी बागडोर जेपी ने संभाली थी. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि देश में जयप्रकाश नारायण सत्ता के साथ चलने वालों में से नहीं थे. उन्होंने हमेशा खुद को सत्ता के गलियारे से दूर रखा.
पीएम मोदी ने कहा कि देश में जब मोरारजी देसार्इ के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार थी, तक नानाजी देशमुख को सरकार की आेर से मंत्री बनने का निमंत्रण मिला था, लेकिन उन्होंने जयप्रकाश नारायण का अनुसरण करते हुए सरकार के इस निमंत्रण को ठुकरा दिया था.
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ‘ग्राम संवाद एप’ को भी लांच किया, जिसके जरिये इस बात की निगरानी की जा सकेगी कि सरकार द्वारा गांवों के विकास के लिए जो योजनाएं चलायी जा रही हैं, वह ग्राम पंचायत स्तर पर किस तरह काम कर रही हैं. सरकारी योजनाओं को जिले के स्तर पर ठीक से लागू किया जा सके इसके लिए एक पोर्टल भी लांच किया गया. मोदी ने इस मौके पर नानाजी देशमुख के नाम पर एक डाक टिकट भी जारी किया.