नयी दिल्लीः केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेने के कथित आरोप में केंद्रीय भूजल बोर्ड के एक वैज्ञानिक और सूक्ष्मजीव प्रौद्योगिकी संस्थान (आईएमटी) के एक तकनीशयन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि बोर्ड के चंडीगढ़ कार्यालय में तैनात ग्रुप -बी वैज्ञानिक संजय पांडे, आईएमटी के तकनीशियन चंद्रप्रकाश मिधा और दिनेश कुमार को गिरफ्तार किया गया. मामले में सीबीआई की प्राथमिकी में चौथे व्यक्ति स्वराज कंडोई का भी नाम है. स्वराज कंडोई ने पानी पैकेजिंग कारोबार के वास्ते एनओसी हासिल करने के लिए आवेदन किया था.
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सीबीआर्इ की आेर से दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि पांडे और मिधा ने दो लाख रुपये के एवज में कंडोई के पानी पैकेजिंग कारोबार के वास्ते एनओसी हासिल करने में कथित मदद की. बोर्ड जल संसाधन मंत्रालय के अधीन है, जबकि आईएमटी वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के अंतर्गत आता है.
प्राथिमिकी के अनुसार, औद्योगिक उपयोग के वास्ते भूजल उपयोग के लिए एनओसी जारी करने की सिफारिश के साथ आवेदन कथित रूप से एक क्षेत्रीय सीजीडब्ल्यूबी अधिकारी के मार्फत अग्रसारित किये गये थे. दोनों ने दो लाख रुपये के एवज में स्वराज कंडोई के पानी पैकेजिंग कारोबार के वास्ते एनओसी हासिल करने में कथित मदद की थी. इस दो लाख रुपये में से 50000 रुपये मंगलवार को स्वराज के कर्मचारी दिनेश कुमार ने पहुंचाये थे.
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि एक जाल बिछाकर पांडे, मिधा और कुमार को गिरफ्तार किया गया. अधिकारी ने कहा बताया कि आरोपी के परिसरों में छापेमारी की गयी. वैज्ञानिक के आवास से चार लाख रुपये की नकदी, 500 यूएसडी और जापानी येन 36000 के अलावा कुछ दस्तावेज भी बरामद किये गये है.