अमित शाह के बेटे से जुड़ी कंपनियों के लेन देने की जांच होनी चाहिए : करात
नयी दिल्ली : माकपा ने आज कहा कि सीबीआई और ईडी को भाजपा प्रमुख अमित शाह के बेटे से जुडी कंपनियों के वित्तीय लेन देन की जांच करनी चाहिए, ताकि यह दिख सके कि जांच एजेंसियां अपनी कार्रवाई चुनिंदा तरीके से नहीं करती हैं. माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि जब मोदी […]
नयी दिल्ली : माकपा ने आज कहा कि सीबीआई और ईडी को भाजपा प्रमुख अमित शाह के बेटे से जुडी कंपनियों के वित्तीय लेन देन की जांच करनी चाहिए, ताकि यह दिख सके कि जांच एजेंसियां अपनी कार्रवाई चुनिंदा तरीके से नहीं करती हैं.
माकपा के पूर्व महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि जब मोदी सरकार विभिन्न कारोबारियों एवं विपक्षी नेताओं पर भ्रष्टाचार और काला धन शोधन के आरोपों की सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग से जांच करा रही है, ऐसे में जय शाह के मामले से निपटने का तरीका स्पष्ट रुप से विरोधाभासी है.
माकपा के मुखपत्र पीपुल्स डेमोक्रेसी के ताजा अंक के एक संपादकीय में करात ने जय अमित शाह के मामले की तुलना कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद के मामले से करते हुए कहा कि टिप्पणीकारों ने राबर्ट वड्रा मामले के कुछ पहलुओं से समानता पाई हैं और वहां भी बिना गारंटी का रिण और आधिकारिक पक्षपात शामिल था.
करात ने पार्टी के साप्ताहिक पत्र में कहा कि सरकार को जय शाह की कंपनियों की अवश्य ही जांच करानी चाहिए. सीबीआई और ईडी को अवश्य ही काम पर लगाना चाहिए, ताकि यह दिख सके कि वे आर्थिक अपराधों पर कार्वाई करने के बारे में चयनात्मक नहीं हैं. माकपा नेता ने सरकार पर भ्रष्टाचार का बचाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नीत सरकार की वैसी ही प्रतिक्रिया है, जैसी संपग्र सरकार और कांग्रेस की थी. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने अध्यक्ष के बेटे द्वारा कोई गलत कार्य किए जाने से सख्त इनकार कर रही है. साथ ही, इस तरह के सभी आरोपों में भाजपा का रुख इनकार करने का रहा है.