नयी दिल्ली : अपनी बेटी की हत्या के आरोप में चार साल से जेल की सजा काट रहे तलवार दंपती आज डासना जेल से रिहा हो जायेंगे. गुरूवार को इलाहाबाद हाइकोर्ट ने आरुषि – हेमराज हत्याकांड में फैसला सुनाते हुए तलवार दंपती को बाइज्जत बरी कर दिया था. जेल से निकलने के पहले राजेश और नूपुर तलवार ने 1417 दिन में कमाई 99,000 संपत्ति जेल प्रशासन को दान में दे दिये. पेशे से दंत चिकित्सक राजेश तलवार ने डासना जेल में कैदियों के लिए डेंटल क्लिनिक भी चलाया था, जबकि नुपूर तलवार ने अशिक्षित कैदियों को पढाने का काम किया. जेल प्रशासन के मुताबिक दोनों ने 49,500 -49,500 रकम की कमाई की, लेकिन दोनों ने पैसे लेने से इनकार कर दिया और कैदियों के सहायतार्थ देने की घोषणा की.
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आज तीन बजे के बाद रिहा होंगे तलवार दंपती, जेल में कमाया पैसा किया दान
नयी दिल्ली : अपनी बेटी की हत्या के आरोप में चार साल से जेल की सजा काट रहे तलवार दंपती आज डासना जेल से रिहा हो जायेंगे. गुरूवार को इलाहाबाद हाइकोर्ट ने आरुषि – हेमराज हत्याकांड में फैसला सुनाते हुए तलवार दंपती को बाइज्जत बरी कर दिया था. जेल से निकलने के पहले राजेश और […]
रिहा होने के बाद भी जेल आते रहेंगे तलवार दंपती
डासना जेल के जेलर ने बताया कि तलवार दंपती जेल से रिहा होने के बाद भी हर 15 दिन के अंतराल में यहां आते रहेंगे. वह कैदियों के दंत संबंधी समस्याओं का इलाज करेंगे. रविवार को जेल के हॉ़स्पीटल में उनके आखिरी दिन भी दांत चेक करवाने के लिए बंदियों की भीड़ रही. बताया जा रहा है कि उन्होंने आठ मरीजों के दांत की फिलिंग भी की. संभव है कि आज तीन बजे के बाद उन्हें रिहा कर दिया जायेगा. वहीं दो दिनों की छुट्टी की वजह से तलवार दंपती की रिहाई में देरी हुई.
डासना जेल के डॉक्टर सुनील त्यागी ने कहा कि तलवार दंपती ने जेल के डेंटल डिपार्टमेंट में कई कैदियों को दांत की बीमारी से उबरने में मदद की थी. डॉ. त्यागी ने बताया कि कैदियों के अलावा राजेश और नूपुर तलवार ने जेल के स्टाफ, पुलिस अधिकारियों और उनके बच्चों का भी इलाज किया.
तलवार दंपती ने जेल में डेंटल क्लिनिक चलाते थे. दोनों नियमित तौर पर जेल में बंद अन्य कैदियों के दांतों का इलाज करते थे. कैदियों के बीच उनकी अच्छी छवि थी. इस एवज में उन्हें हर रोज 40 रुपये मिलते थे. नूपुर ने आखिरी दिन जेल के मंदिर में पूजा – अर्चना की. राजेश तलवार भी अन्य कैदियों के साथ बातचीत करते नजर आये.
मिलने नहीं आया कोई करीबी
आखिरी दिन तलवार दंपती को उम्मीद थी कि उनके परिवार के सदस्य या करीबी मिलने आ सकते हैं लेकिन कोई मिलने नहीं आया.इसकी पुष्टि जेल अधीक्षक ने की. गौरतलब है कि आरुषि व तलवार परिवार के घरेलू नौकर हेमराज की रहस्यमय हत्या 15 व 16 मई 2008 की रात्रि नोएडा के जलवायु विहार स्थित उनके घर पर कर दी गयी थी. दोनों की लाश 16 मई 2008 में बरामद की गयी थी. उस समय आरुषि की उम्र 14 वर्ष एवं हेमराज की उम्र 45 साल थी. आरुषि हत्याकांड को लेकर चार साल से तलवार दंपती जेल में बंद हैं.
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