अहमदाबाद: चुनाव आयोग द्वारा हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा नहीं किये जाने पर कांग्रेस के आरोपों व आलोचनाओं का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. भाजपा की ओर से गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि 2012 में कांग्रेस ने गुजरात चुनाव की तारीखों के चुनाव आयोग द्वारा एलान को प्रभावित किया था, ताकि नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने से रोका जा सके. उन्होंने साथ ही इन आरोपों को खारिज किया है कि गुजरात चुनाव की तारीखों का एलान करने के मुद्दे पर चुनाव आयोग सरकार के दबाव में है.
उल्लेखनीय है कि 12 अक्तूबर को चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव तारीखों का एलान किया था. रूपानी ने इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में कहा है कि हमने कभी चुनाव आयोग के कार्यों में दखल नहीं दिया. उन्होंने कहा है कि चुनाव की तारीखों का एलान करना चुनाव आयोग का विशेषाधिकार है और वह यह उपयुक्त समय में करेगा.
विजय रूपानी ने कहा कि 2012 में चुनाव आयोग ने आचार संहिता चार अक्तूबर को लागू किया, जबकि वोटिंग 13 एवं 17 दिसंबर को हुई थी. उन्होंने कहा कि इस साल कांग्रेस स्वयं यह भय दिखा रही थी कि उत्तरप्रदेश में भाजपा की जीत के मद्देनजर गुजरात चुनाव की तारीख समय से पहले आ सकते हैं और अब वे अपना रुख बदल रहे हैं. वे चाहते हैं कि चुनाव की तारीखों का एलान जल्द हो. उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीखों की घोषणा तक उनकी सरकार निश्चित रूप से लोगों के हित में काम करती रहेगी.
विजय रूपानी ने विश्वास जताया है कि उनकी पार्टी गुजरात चुनाव में जीतेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयानों से बचपनापन दिखता है, उनके लिए विकास एक मजाक है और हमारे लिए मिजाज. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी का पुत्रमोह कांग्रेस के पतन का कारण है और अहमद पटेल का राज्यसभा सीट के लिए मोह गुजरात कांग्रेस की मौत की वजह है. उन्होंने कहा कि 1995 में गुजरात की प्रति व्यक्ति आया 13 हजार रुपये थी और अब यह एक लाख 40 हजार रुपये है.