‘वूमेन फ्रेंडली’ नहीं है दिल्ली, यौन हिंसा के मामले में विश्व के शहरों में चौथा स्थान, टोक्यो सबसे सुरक्षित
नयी दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली विश्व के उन शहरों में शुमार है, जहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा सबसे अधिक होती है. इस सच का खुलासा हुआ है उस सर्वे से जिसे थॉमसन रायटर्स फाउंडेशन ने कराया है. इस सर्वे में दिल्ली के साथ-साथ ब्राजील का साउ पाउलो शहर है, जहां महिलाएं यौन उत्पीड़न […]
नयी दिल्ली : भारत की राजधानी दिल्ली विश्व के उन शहरों में शुमार है, जहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा सबसे अधिक होती है. इस सच का खुलासा हुआ है उस सर्वे से जिसे थॉमसन रायटर्स फाउंडेशन ने कराया है.
इस सर्वे में दिल्ली के साथ-साथ ब्राजील का साउ पाउलो शहर है, जहां महिलाएं यौन उत्पीड़न के दहशत में जीती हैं. उन्हें हमेशा यह भय सताता है कि उनके साथ रेप हो सकता है या फिर यौन हिंसा.
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यह सर्वे दिल्ली गैंगरेप की घटना के ठीक पांच साल बाद है. स्मरण हो कि निर्भया गैंगरेप के बाद पूरे देश और खासकर दिल्ली में आंदोलन चला था. आंदोलन के बाद ऐसा महसूस हुआ था कि अब दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित हो जायेंगी.
यह सर्वें विश्व के 19 बड़े शहरों में आयोजित किया गया, जहां कि जनसंख्या एक करोड़ है. साथ ही 380 एक्सपर्ट से भी बात की गयी थी ताकि यौन हिंसा की आशंकाओं के बारे में समझा जा सके.
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इस सर्वे के अनुसार मिस्र का कायरो शहर विश्व में यौन हिंसा के मामले में सबसे खतरनाक शहर है. उसके बाद मेक्सिको और ढाका का नाम आता है. दिल्ली का नंबर चौथे स्थान पर है. यहां तक कि पाकिस्तान का कराची शहर भी दिल्ली से सुरक्षित है. कराची को निचले पायदान से नौवां स्थान इस सूची में प्राप्त है.
जापान का टोक्यो शहर इस सूची में सबसे सुरक्षित शहर माना गया है, जहां महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा सबसे कम होती है. दिल्ली को ‘रेप कैपिटल’ की संज्ञा भी दी जा चुकी है. ऐसे में यह सर्वे यह बताता है कि दिल्ली ‘वूमेन फ्रेंडली’ शहर नहीं है.