नयी दिल्ली : भारत के निर्वाचन आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों को कितना चंदा कर मुक्त राशि के रूप में प्राप्त होता है, इसका विवरण आयोग के समक्ष उपलब्ध नहीं होता है. हालांकि आयोग की वेबसाइट पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार पिछले दो वित्त वर्षो में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस जैसे प्रमुख राष्ट्रीय दलों ने प्राप्त चंदे का विवरण नहीं दिया है.
सूचना का अधिकार के तहत भारत निर्वाचन आयोग ने कहा कि मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों और राज्य राजनीतिक दलों को चंदे के रूप में प्राप्त हुई राशि का विवरण आयोग की वेबसाइट पर है. राजनीतिक दलों को चंदे के रूप में प्राप्त कर मुक्त राशि का विवरण आयोग में उपलब्ध नहीं है. आयकर अधिनियम 1961 की धारा 13 (ए) में राजनीतिक दलों को अपनी आय की जानकारी देने पर कर छूट प्रदान करने का प्रावधान किया गया है.
यह आय आवास सम्पत्ति, अन्य स्रोतों, पूंजी लाभ और किसी व्यक्ति से स्वेच्छा से प्राप्त राशि के रूप में प्राप्त आय शामिल है. हालांकि कर छूट उन्हीं स्थितियों में प्राप्त होती है, अगर राजनीतिक दल अपनी आय का लेखा रखते हैं और इसका आडिट किसी चार्टर्ड एकाउंटेंट से कराते हैं. राजनीतिक दलों को प्रत्येक वित्तीय वर्ष में चंदे के रूप में प्राप्त 20 हजार रुपये से अधिक राशि की जानकारी आयोग को देनी होती है.
सूचना के अधिकार के तहत पीटीआई भाषा ने भारत निर्वाचन आयोग से राजनीतिक दलों को पिछले पांच वर्षो में चंदे के रूप में प्राप्त कर मुक्त आय की जानकारी मांगी थी. आयोग से राजनीतिक दलों को प्राप्त चंदे का ब्यौरा भी मांगा गया था. भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की ओर से वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान प्राप्त चंदे की जानकारी 30 सितंबर 2017 तक पेश करनी थी.
इस वित्त वर्ष में बहुजन समाज पार्टी ने शून्य आय दर्ज करायी. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 1.44 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी जबकि भाजपा, कांग्रेस, माकपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने ब्यौरा नहीं दर्ज कराया. वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान राजनीतिक दलों को 30 सितंबर 2016 तक आय की जानकारी देनी थी. इस वित्त वर्ष में भी बहुजन समाज पार्टी ने शून्य आय दर्ज करायी.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 1.56 करोड़ रुपये और माकपा ने 1.81 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी. राकांपा ने 71.38 लाख रुपये और तृणमूल कांग्रेस ने 65 लाख रुपये आय दर्ज करायी. वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2015-16 में भारतीय जनता पार्टी ने आय का ब्यौरा नहीं दिया जबकि कांग्रेस के खंड में कहा गया है कि कुल आंकड़े का योग अभी नहीं किया गया है.
वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 30 सितंबर 2015 तक आय का ब्यौरा देना था. इस वित्त वर्ष के दौरान भी बसपा ने शुरू आय दर्ज करायी. भाजपा ने 437.35 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी जबकि कांग्रेस पार्टी ने 141.55 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 38.82 करोड़ रुपये, माकपा ने 34.19 करोड़ रुपये और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 13.34 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी. आयोग की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान भाजपा ने 166.77 करोड रुपये आय आयोग के समक्ष दर्ज करायी. कांग्रेस ने 66.47 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 1.28 करोड़ रुपये, माकपा ने 2.09 करोड़ रुपये तथा राकांपा ने 14.02 करोड़ रुपये आय दर्ज करायी.