नयी दिल्ली/बेंगलुरु : भाजपा ने मंगलवारको कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मांग की कि वे हथियारों के फरार सौदागर संजय भंडारी के साथ राबर्ट वाड्रा के संबंधों के बारे में अपनी चुप्पी तोड़ें. वाड्रा ने हालांकि, मीडिया रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी गलत चीज का पता लगाने के लिए कांग्रेस प्रमुख के दामाद के खिलाफ आरोपों में कोई भी जांच करा सकते हैं. भाजपा की ओर से रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने वाड्रा मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा.
सीतारमण ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोनिया गांधी और राहुल की चुप्पी से माना जायेगा कि उन्होंने वाड्रा के खिलाफ आरोपों को स्वीकार कर लिया है. मीडिया में आयी खबरों का हवाला देते हुए सीतारमण ने आरोप लगाया कि लंदन स्थित वाड्रा से संबंधित घर की साज-सज्जा भंडारी ने करायी थी और उसने ही वाड्रा की विदेश यात्रा का प्रबंध भी किया था. भाजपा की वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि भंडारी के बैंक खाते में 7.5 लाख स्विस फ्रैंक जमा किये गये थे. उन्होंने सवाल किया कि क्या इसमें और वाड्रा से जुड़े घर की साज-सज्जा पर किये गये खर्च में कोई संबंध हैं. मीडिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने आरोप लगाया कि इनके बीच कम से कम तीन लेन-देन हुए और ये गंभीर वित्तीय प्रभाव डालनेवाले हैं.
उन्होंने कहा कि क्यों सोनिया और राहुल गांधी समेत कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस मुद्दे पर गहरी चुप्पी साधे हुए है. राहुल गांधी के लगातार सामने आनेवाले ट्वीटों का जिक्र करते हुए सीतारमण ने कहा कि इस मुद्दे पर वे चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. यह पूछे जाने पर कि इस मामले में सीबीआइ क्या कर रही थी, उन्होंने कहा कि यह सवाल एजेंसी से पूछा जाना चाहिए. सरकार हथियारों के फरार सौदागर को भारत वापस लाने के लिए सभी कदम उठा रही है. वहीं, भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्ह राव ने कहा कि अगर आप (कांग्रेस) मानते हैं कि वाड्रा निर्दोष हैं, तब आप मानहानि का मामला क्यों नहीं दायर करते. चुप्पी दोष की ओर संकेत करती है.
गांधीनगर में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और प्रदेश भाजपा प्रमुख जीतू वघानी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया और मुद्दे पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से चुप्पी तोड़ने को कहा. खबरों का हवाला देते हुए रूपानी ने आरोप लगाये कि राहुल गांधी के बहनोई सांठगांठवाली अर्थव्यवस्था के चेहरे के तौर पर उभरे हैं. रूपानी ने कहा, हाल में राहुल गांधी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहे हैं. वह बार-बार गुजरात का दौरा भी कर रहे हैं. लेकिन, वह मुद्दे पर खामोश क्यों हैं? यहां तक कि गुजरात कांग्रेस के नेता भी क्यों चुप हैं? राहुल गांधी को हथियार सौदागर से वाड्रा के संबंधों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. वाड्रा ने आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन एक संदेश दिया. उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर अपनी तस्वीर के साथ पोस्ट किया, सुप्रभात, मैं सक्षम हूं, मैं मजबूत हूं. मैं स्वयं में विश्वास करता हूं, मैं अपने सपनों को योजना में बदल सकता हूं और अपनी योजना को हकीकत में.
वहीं, बेंगलुरु में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वाड्रा को पिछले 41 महीने से निशाना बनाया जा रहा है. सुरजेवाला ने कहा, जहां तक रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगे आरोपों का संबंध है तो हम केवल यह कहेंगे कि मोदीजी को सत्ता में 41 महीने हो गये हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, हरियाणा और राजस्थान में उनकी (भाजपा की) सरकार है, आप जो चाहें कोई भी जांच करा लीजिये और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कानूनी प्रक्रिया से किसी गलत चीज का पता लगा लीजिये. उन्होंने कहा कि 41 महीने तक निशाना बनाने और कई जांच आयोगों के बाद भी भाजपा न तो हरियाणा में और न ही राजस्थान में किसी नियम-कानून के उल्लंघन को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंच पायी है. सुरजेवाला ने कहा, इन दोनों राज्यों में आरोप लगाये गये, जिनके आधार पर वे सत्ता में आये.