Oh No ! गर्ल्स हॉस्टल की बालकनी से आतिशबाजी देख रही लड़की की आंख में घुसा रॉकेट
जब से सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया, देश भर में यह बहस चल पड़ी कि पटाखों बिन दिवाली कैसी! कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर बैन, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चिंताजनक स्तर को ध्यान में रखते हुए लगाया था. लेकिन पटाखों का एक दुष्प्रभाव हादसों के रूप में […]
जब से सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया, देश भर में यह बहस चल पड़ी कि पटाखों बिन दिवाली कैसी!
कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर बैन, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चिंताजनक स्तर को ध्यान में रखते हुए लगाया था. लेकिन पटाखों का एक दुष्प्रभाव हादसों के रूप में भी सामने आता है.
ऐसा ही एक हादसा आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में सामने आया है, जहां आतिशबाजी देख रही एक छात्रा की आंख में रॉकेट जा घुसा.
दरअसल, हैदराबाद शहर के सीमावर्ती क्षेत्र इब्राहिमपट्टणम स्थित गुरु नानक इंजीनियरिंग कॉलेज में गुरुवार शाम दिवाली पर स्टूडेंट्स आतिशबाजी कर रहे थे.
वहीं, कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में रह रही छात्रा स्वप्ना बालकनी में खड़े होकर आतिशबाजी देख रही थी कि तभी एक रॉकेट आकर उसकी आंख में घुस गया. हादसा इतना भयावह था कि स्वप्ना की आंख फूट गयी और उससे खून टपकने लगा.
आनन-फानन में घायल स्वप्ना को मेंहदीपट्टणम स्थित सरोजिनी आई हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसकी आंख नहीं बच सकी. रॉकेट फटने की वजह से स्वप्ना के शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटें आयी हैं. स्वप्ना का इलाज चल रहा है.
यहां यह जानना गौरतलब है कि दिवाली पर आतिशबाजी के दौरान देश भर में ऐसे बीसियों मामले सामने आये हैं. इनमें अधिकांश पीड़ित 18 साल से कम उम्र के किशोर और बच्चे हैं.