वाराणसी: वाराणसी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय का कहना है कि निर्वाचन के लिहाज से उनका रिकार्ड भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी से बेहतर है क्योंकि गुजरात के मुख्यमंत्री ने महज तीन बार विधानसभा चुनाव जीता है जबकि वह लगातार पांच बार से विधायक हैं.
मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर तीसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं और पहली बार दो सीटों वाराणसी और वडोदरा से लोकसभा प्रत्याशी हैं. यहां से कांग्रेस विधायक राय अतीत में भाजपा से भी जुडे रहे हैं. 2009 में राय समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लडे थे, लेकिन उन्हें भाजपा प्रत्याशी के हाथों हार मिली थी.
मोदी और आम आदमी पार्टी नेता अरविन्द केजरीवाल सहित अन्य लोगों को हराने का विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा कि अंतत: वह दोनों को हराएंगे क्योंकि वाराणसी के लोग चाहते हैं कि कोई उनके बीच से चुन कर आए और उनके कल्याण के लिए काम करे.राय ने साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मोदी तीन बार विधायक रहे हैं जबकि मैं एक उपचुनाव सहित लगातार पांच बार से विधायक हूं. इस तरह निर्वाचन की राजनीति के लिहाज से मैं मोदी से दो कार्यकाल वरिष्ठ हूं.’’ वाराणसी इलाके में 18 वर्ष से सक्रिय राजनीति कर रहे राय ने यहां ‘‘मोदी की लहर’’ से भी इनकार किया.
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी कोई (मोदी) लहर नहीं है. यदि मोदी लहर होती तो भाजपा ने अपना दल के साथ गठबंधन नहीं किया होता. लहर में आप सभी सीटें अपने बूते जीतते हैं. अपना दल के साथ गठबंधन साबित करता है कि कोई लहर नहीं है.’’ भाजपा ने स्थानीय पार्टी अपना दल के साथ गठबंधन किया है. वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों वाले पूर्वांचल में इस दल की अच्छी पकड बताई जाती है और पिछडे वर्ग पर भी इसका प्रभाव माना जाता है.