भारत दौरे से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने पाकिस्तान को सुनायी खरी-खोटी
नयी दिल्ली : अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन मंगलवार को भारत के 2 दिन के दौरे पर पहुंचेंगे. इस दौरान वह बुधवार सुबह दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे, इसके बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. इससे पहले टिलरसन सोमवार को काबुल पहुंचे और अफगानी […]
नयी दिल्ली : अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन मंगलवार को भारत के 2 दिन के दौरे पर पहुंचेंगे. इस दौरान वह बुधवार सुबह दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे, इसके बाद वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे. इससे पहले टिलरसन सोमवार को काबुल पहुंचे और अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी, सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला और सुरक्षा सलाहकार हनीफ अतमार से मुलाकात की. टिलरसन आज भारत पहुंचने के पहले पाकिस्तान जायेंगे.
#TopStory U.S. Secretary of State Rex Tillerson to arrive in #Delhi later today; he will be meeting PM Modi and EAM Sushma Swaraj tomorrow. pic.twitter.com/s1xbRxrsMJ
— ANI (@ANI) October 24, 2017
भारत दौरे के पहले रेक्स टिलरसन ने कहा कि भारत के साथ अमेरिका के संबंधों के रणनीतिक महत्व हैं जो दक्षिण एशिया तक ही सीमित नहीं हैं. ट्रंप प्रशासन का मत है कि एक शांतिपूर्ण एवं स्थिर अफगानिस्तान के निर्माण में भारत अहम भूमिका निभा सकता है. उन्होंने कहा कि वहां रोजगार पैदा कर वे पहले से ही महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधियां उपलब्ध करा रहे हैं जो अफगानिस्तान के भविष्य के लिये अहम है और हमारा मानना है कि वे इसे और प्रोत्साहित करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि अफगानिस्तान के भविष्य के लिये सही माहौल के निर्माण पर उनका (भारत का) बेहद सकारात्मक असर हो सकता है.
पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए टिलरसन ने पाकिस्तान को आतंकवाद को पनाह देने को लेकर चेतावनी दी है. टिलरसन ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान से कहा है कि वह तालिबान और दूसरे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करे. अमेरिकी विदेश मंत्री ने सोमवार को काबुल में कहा कि पाकिस्तान को उन हालात को समझना चाहिए जिसका वह सामना कर रहा है. पाकिस्तान के भीतर तमाम आतंकी संगठन सुरक्षित पनाह में रह रहे हैं.
टिलरसन ने कहा कि वह पाकिस्तान के साथ मिलकर उसे स्थिर और सुरक्षित पाकिस्तान बनाने की ओर आगे बढ़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका का पाकिस्तान से संबंध शर्तों पर आधारित है, यह इस पर निर्भर है कि पाकिस्तान जरूरी कार्रवाई करता है या उससे भगता है.