बज गया गुजरात का चुनावी बिगुल: दो चरणों में 9 और 14 दिसंबर को चुनाव, गिनती 18 दिसंबर को

अहमदाबाद : गुजरात में विधानसभा की 182 सीटों पर चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा हो चुकी है. गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराये जाएंगे. पहले चरण का चुनाव 9 दिसंबर (89 विधानसभा सीटों के लिए) को कराया जाएगा वहीं दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर (93 विधानसभा सीटों के लिए) को होगा. गुजरात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2017 9:05 AM

अहमदाबाद : गुजरात में विधानसभा की 182 सीटों पर चुनावों के लिए तारीखों की घोषणा हो चुकी है. गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराये जाएंगे. पहले चरण का चुनाव 9 दिसंबर (89 विधानसभा सीटों के लिए) को कराया जाएगा वहीं दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर (93 विधानसभा सीटों के लिए) को होगा. गुजरात और हिमाचल प्रदेश, दोनों जगह मतदान की गिनती 18 दिसंबर को होगी. गुजरात चुनावों में इस बार 50,128 पोलिंग बूथ बनाये गये हैं. गोवा के बाद हिमाचल और गुजरात ऐसे राज्य होंगे जहां चुनावों में शतप्रतिशत वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल होगा.

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मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोती ने गुजरात चुनावों की तारीखों का एलान करते हुए कहा कि प्रदेश में शतप्रतिशत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराये जाने की तैयारी है. वीवीपैट के अलावा गुजरात चुनावों में कुछ खास कदम उठाये जायेंगे जिसमें चुनावों पर नजर बनाये रखने से लेकर पेमेंट तक में आईटी का इस्तेमाल किया जाएगा. जनता की सुविधा के लिए एक मोबाइल ऐप होगा, जिसपर चुनाव से जुड़ी शिकायतें मतदाता कर सकेंगे. उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के लिए भी एक सुविधा ऐप मौजूद रहेगा. इन सब के अलावा चुनावों के दौरान एक ई ऐटलस भी रहेगा, जिसपर रियल टाइम अपडेट्स मिलते रहेंगे.

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मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उम्मीदवार ऐफिडिवेट में कोई भी फॉर्म ब्लैंक नहीं छोड़ पायेगा. यदि ऐसा होता है तो एक बार उम्मीदवार को आयोग से नोटिस भेजा जाएगा. उम्मीदवारी भी रद की जा सकती है. पोलिंग बूथों पर वीडियोग्रफी और सीसीटीवी सर्विलांस भी करायी जाएगी. नामांकन दाखिल करने, स्क्रूटनी, चुनाव प्रचार समेत चुनाव से जुड़ी सभी गतिविधियों की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे. संवेदनशील और अतिसंवेदनशील पोलिंग बूथों पर खास व्यवस्था रहेगी. डीएम और पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी रहेगी कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करायें.

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