सोनिया का प्रधानमंत्री पद से इंकार त्याग नहीं, धोखा : शिवराज

इन्दौर : वर्ष 2004 में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने से इंकार को धोखा करार देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मनमोहन सिंह को इसलिये प्रधानमंत्री बनवाया, ताकि वह (सोनिया) बगैर किसी जवाबदेही के सरकार पर पूरा अधिकार और नियंत्रण रख सकें. शहर के कुशवाह नगर चौराहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2014 1:36 PM

इन्दौर : वर्ष 2004 में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने से इंकार को धोखा करार देते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मनमोहन सिंह को इसलिये प्रधानमंत्री बनवाया, ताकि वह (सोनिया) बगैर किसी जवाबदेही के सरकार पर पूरा अधिकार और नियंत्रण रख सकें.

शहर के कुशवाह नगर चौराहे पर कल रात चुनावी सभा में शिवराज ने कहा यूपीए की सरकार बनाने के वक्त जब सोनिया ने घोषणा की थी कि वह भारत की प्रधानमंत्री नहीं बनेंगी, तब देश की जनता के साथ मुझे भी लगा था कि उन्होंने बडा त्याग किया है. लेकिन यह त्याग नहीं, बल्कि धोखा था.

उन्होंने कहा, सोनिया के लिये इससे अच्छा और क्या तरीका हो सकता था कि सरकार पर उनका अधिकार और नियंत्रण तो 100 प्रतिशत रहे. लेकिन उनकी जवाबदेही शून्य प्रतिशत हो. शिवराज ने कहा, पहले मनमोहन सिंह पर गुस्सा आता था. लेकिन अब उन पर दया आती है. किताबों के जरिये खुलासा हो रहा है कि उनकी यह हालत सोनिया और उनके बेटे राहुल गांधी ने बनायी. वह (मनमोहन सिंह) तो केवल एक पुतले हैं और उन्हें नचाने का काम परदे के पीछे से हो रहा है.

उन्होंने कहा, वर्ष 2009 तक प्रधानमंत्री ने ठीक काम करने की कोशिश भी की. लेकिन उसके बाद मैडम सोनिया ने सोचा कि बेटे के लिये जगह बनानी है, तो मनमोहन को खलनायक बनाना पडेगा. इसलिये परदे के पीछे से मैडम का खेल शुरु हो गया. आज प्रधानमंत्री की हालत पिंजरे के पंछी जैसी हो गयी है और उनकी स्थिति पर मेरा दरद न जाने कोय गीत फिट बैठता है. शिवराज ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री की इज्जत उतारने का आरोप लगाते हुए कहा कि दागी सांसद..विधायकों से जुडा अध्यादेश कांग्रेस के कहने पर ही पारित हुआ था. लेकिन बाद में राहुल ने इस अध्यादेश को फाडने का नाटक करते हुए कचरे की टोकरी में डालने के लायक बताया, ताकि वह अपनी छवि चमका सकें.

उन्होंने कहा, कांग्रेस उपाध्यक्ष के इस नाटक ने उनकी अपनी पार्टी की अगुवाई वाली सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मान..सम्मान मिट्टी में मिला दिया. शिवराज ने जनता से पूछा, जो कांग्रेस अपने ही प्रधानमंत्री की इज्जत नहीं कर सकती, उसे वोट क्यों कर दिया जाये.

उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष के सामान्य ज्ञान पर सवाल उठाते हुए कहा, कांग्रेस नेताओं को राहुल को धका…धका कर आगे करना पडता है. राहुल भारत और इस देश के गांवों को नहीं जानते. उन्हें तो यह भी नहीं मालूम होगा कि प्याज जमीन की अंदर होता है या जमीन के बाहर.

शिवराज ने मौजूदा लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं घोषित करने पर कटाक्ष किया, कांग्रेस की बारात बिना दूल्हे के ही चल रही है. लेकिन भाजपा ने प्रधानमंत्री पद के लिये अपना उम्मीदवार डंके की चोट पर तय कर दिया है. हमारा दूल्हा घोडे पर सवार हो गया है और हमारी बारात आगे भी बढ़ रही है.

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