अजित पवार ने दी धमकी,एफआइआर दर्ज

पुणे:एक वीडियो के सामने आने के बाद महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ताजा विवाद में फंस गये गये हैं. वीडियो में वह एक गांव के लोगों को कथित तौर पर धमकी देते हुए दिख रहे हैं कि सुप्रिया सूले को वोट नहीं दिया जाता है तो वह गांव की जलापूर्ति काट देंगे. सुप्रिया राकांपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2014 12:32 PM

पुणे:एक वीडियो के सामने आने के बाद महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ताजा विवाद में फंस गये गये हैं. वीडियो में वह एक गांव के लोगों को कथित तौर पर धमकी देते हुए दिख रहे हैं कि सुप्रिया सूले को वोट नहीं दिया जाता है तो वह गांव की जलापूर्ति काट देंगे. सुप्रिया राकांपा प्रमुख शरद पवार की बेटी और अजित की चचेरी बहन हैं. उनके इस बयान के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गयी है.

बारामती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से ‘आप’ के उम्मीदवार और पूर्व आइपीएस अधिकारी सुरेश खोपड़े ने बडगांव पुलिस थाने में अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पवार ने 16 अप्रैल को मसलवाडी गांव में चुनावी सभा के दौरान ग्रामीणों को धमकी दी. इस कथित वीडियो का टेलीविजन पर प्रसारण हुआ. पुलिस को खोपड़े से शिकायत मिली है, लेकिन उप मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. फिलहाल अजित और सुप्रिया से उनकी टिप्पणियों के लिए संपर्क नहीं हो पाया.

शिकायत में क्या कहा
शिकायत में वीडियो का हवाला देकर कहा गया है कि पवार ने सूले के समर्थन में अपने चुनाव प्रचार भाषण में कहा कि ‘‘यदि इस गांव से कोई व्यक्ति किसी तरह की गड़बड़ी (सूले को वोट देने में विफल) करता है, तो मैं जलापूर्ति काट दूंगा.’’ पवार का यह बयान कथित तौर पर वहां एकत्र ग्रामीणों द्वारा पर्याप्त जलापूर्ति नहीं होने की शिकायत किये जाने के जवाब में आया. पवार ने पुलिसकर्मियों से ग्रामीण को वहां से हटाने को कहा जो लगातार ‘सॉरी दादा.., सॉरी दादा’ पुकार रहे थे. अजित को प्रेम से उनके समर्थक ‘अजित दादा’ पुकारते हैं.

मामले की जांच जारी
पुलिस और चुनाव आयोग के अधिकारी किसी कार्रवाई के पहले ‘खराब गुणवत्ता वाली’ वीडियो की सत्यता की जांच करेंगे. सहायक पुलिस निरीक्षक विलास भोसले ने कहा कि शुरुआती जांच के बाद प्रक्रिया का पालन किया जायेगा.

आचार संहित का उल्लंघन
पुलिस का कहना है कि खोपड़े ने चुनाव आधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज करायी थी पुलिस के समक्ष नहीं क्योंकि वीडियो चुनाव प्रक्रिया के दौरान की है. यह आचार संहिता का कथित उल्लंघन है. संबंधित वीडियो पुलिस को नहीं सौंपा गया है. खोपड़े ने 17 अप्रैल को देर से शिकायत दर्ज करायी, जबकि बयान कथित तौर पर 16 अप्रैल को दिया गया. पवार पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लग सकता है, क्योंकि वीडियो चुनाव 17 अप्रैल से ठीक एक दिन पहले शूट की गयी.

विवादास्पद बयान और अजीत
पिछले साल क्षेत्र में एक बांध में पानी उपलब्ध नहीं होने पर प्रदर्शन कर रहे एक ग्रामीण की मांग पर अजीत पवार ने कहा था कि ‘‘यदि बांध में पानी नहीं है, तो क्या मैं पेशाब कर दूं.’’बिजली कटने पर एक बार कहा था, ‘‘मैंने नोटिस किया है कि रात में बिजली नहीं रहने से ज्यादा बच्चों का जन्म हो रहा है. उस समय कोई और काम जो नहीं रहता है.’’ अपने बयान के बाद विवाद छिड़ने पर अजित ने विधानसभा में माफी मांगी थी.

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