चेन्नर्इः तमिलनाडु के चेन्नर्इ और आसपास के तटीय इलाकों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा रखा है. इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है आैर शुक्रवार को भी सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का एेलान किया गया है. प्रशासन ने कई आईटी कंपनियों को अपने दफ्तर बंद करने की सलाह दी है. मौसम विभाग ने कहा है कि तमिलनाडु के तटीय इलाकों में एक बार फिर से भारी बारिश हो सकती है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने ट्वीट कर संभावित बारिश होने के दौरान सभी लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है.
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गौरतलब है कि गुरुवार को तमिलनाडु के कुछ इलाकों में लगातार पांच घंटे तक बारिश हुई थी. इस वजह से यहां कई इलाकों में पानी भर गया. इसका असर ट्रैफिक पर भी पड़ा. गाड़ियां सड़कों पर रेंगती नजर आयीं. जलभराव की वजह से मरीना बीच रोड नदी जैसी दिख रहा था. नगर निगम आयुक्त डॉ डी कार्तिकेयन ने कहा कि सुबह 8.30 बजे से दोपहर एक बजे के बीच लगभग 15 सेंटीमीटर बारिश हुई. हालांकि, इससे लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है.
इससे पहले दक्षिण तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति हो गयी. यहां के कुथेनकुले गांव में बने पुल का एक हिस्सा भी देर रात बह गया और यहां का बस स्टॉप भी तालाब बन गया. यह पुल चेंबालाकुलम टैंक से पानी पहुंचाने वाले एक चैनल के ऊपर बना था.
उधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने ग्रेटर चेन्नई निगम के सभी 15 क्षेत्रों के प्रभावित इलाकों और कांचीपुरम जिले में युद्धस्तर पर राहत कार्य चलाने और समन्वय के लिए मंत्रियों के नामों की घोषणा की. यहां राहत कार्यों की देखरेख के लिए निगम के सभी 15 क्षेत्रों में समन्वयकों के रूप में वरिष्ठ नौकरशाहों के नामों की घोषणा के कुछ दिन बाद सभी जिलों के लिए आईएएस अधिकारियों को भी तैनात किया गया है.
राहत कार्यों की निगरानी के लिए जिन मंत्रियों के नामों की घोषणा की गयी है, उनमें राजस्व मंत्री आर बी उदयकुमार, ऊर्जा मंत्री पी थांगामणि, खाद्य आर कामराज, विधि मंत्री सी वी शणमुगम, मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार शामिल हैं.
वन मंत्री डिंडीगुल सी श्रीनिवासन, सूचना प्रौद्योगिकी एम मणिकंदन, परिवहन एमआर विजयभाष्कर और उच्चतर शिक्षा केपी अनबालागन इस महानगर में राहत कार्य का निरीक्षण करेंगे. अनबालागन कांचीपुरम जिले में भी राहत कार्य की निगरानी करेंगे.