नयी दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने शुक्रवार को कहा कि ऊंचाहार बिजली संयंत्र में दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कार्यकारी निदेशक एसके राय की अध्यक्षता में समिति गठित की गयी है. यह एक महीने में रिपोर्ट देगी. उन्होंने यहां संवाददातओं को बताया कि ऊंचाहार बिजली संयंत्र विस्फोट में मरने वालों की संख्या 32 हो गयी है.
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उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में स्थित कंपनी की 1550 मेगावाट क्षमता की फिरोज गांधी ऊंचाहार ताप विद्युत संयंत्र में एक नवंबर को बायलर फटने की घटना में कई लोग हताहत हुए. सिंह ने कहा कि ऊंचाहार बिजली संयंत्र में दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 32 पहुंच गयी है. दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कार्यकारी निदेशक एसके राय की अध्यक्षता में समिति गठित की गयी है. समिति एक महीने में रिपोर्ट देगी.
उन्होंने यह भी कहा कि एनटीपीसी संयंत्र विस्फोट अपनी तरह की दुर्लभ घटना है. इकाई का प्रबंधन काफी अनुभवी लोगों के हाथों में था. एनटपीसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ने कहा कि इकाई को फिर से चालू करने में लगभग तीन से छह महीने का समय लगेगा.
उल्लेखनीय है कि विस्फोट की घटना के बाद संयंत्र की 500 मेगावाट क्षमता की छठी इकाई बंद है. कुल 1550 मेगावाट क्षमता के इस संयंत्र में 1,050 मेगावाट क्षमता की इकाइयां परिचालन में हैं. इस संयंत्र से नौ राज्यों को बिजली की आपूर्ति की जाती है.
बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने उत्तर प्रदेश के बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा के साथ गुरुवार को ऊंचाहार बिजली संयंत्र का दौरा किया. उन्होंने घटना में मारे गये लोगों के परिवार को 20 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 10 लाख रुपये तथा अन्य जख्मी को 2 लाख रुपये के अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.