पैराडाइज दस्तावेज मामला : केंद्र सरकार मल्टी एंजेंसी ग्रुप से करायेगी जांच
नयी दिल्ली : केंद्र सरकार पैराडाइज पेपर लीक मामले की जांच मल्टी एजेंसी ग्रुपसे करायेगी. इस ग्रुप का नेतृत्व सीबीडीटी के चेयरमैन करेंगे और इसमें प्रवर्तननिदेशालय, आइबीअाइ, एफआइओसहित कुछ अन्य सरकारी एजेंसियों शामिल होगी. सूचीबद्ध कंपनियों के मामले की जांचबाजार नियामक सेबी भी करेगी. रविवार रात इंटरनेशनल कंसोर्टियम आफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आइसीआइजे) ने विभिन्न प्रकार […]
नयी दिल्ली : केंद्र सरकार पैराडाइज पेपर लीक मामले की जांच मल्टी एजेंसी ग्रुपसे करायेगी. इस ग्रुप का नेतृत्व सीबीडीटी के चेयरमैन करेंगे और इसमें प्रवर्तननिदेशालय, आइबीअाइ, एफआइओसहित कुछ अन्य सरकारी एजेंसियों शामिल होगी. सूचीबद्ध कंपनियों के मामले की जांचबाजार नियामक सेबी भी करेगी. रविवार रात इंटरनेशनल कंसोर्टियम आफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आइसीआइजे) ने विभिन्न प्रकार के लेन-देन 13मिलियनरिकार्डजारी किये थे, जिसमें 714 भारतीयों के नाम भी शामिल हैं. भारतीय नामों मेंप्रभावी राजनेता, उद्योगपति व सेलिब्रिटी शामिल हैं. मल्टी एजेंसी ग्रुप से जांच कराने की जानकारी आज सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस सीबीडीटी ने दी. सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा है कि 180 देशों के डेटा लीक किये गये हैं, जिसमें 714 भारतीयशामिल हैं. मामले की जांच की निगरानी मल्टी एजेंसी ग्रुप पर है.
इंटरनेशनल कंसोर्टियम आफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आइसीआइजे)द्वारा जारी किये गये दस्तावेजों के इस काम मेंभारतीयअखबार दइंडियनएक्सप्रेस भी शामिल है.सीबीडीटी के बयान के पूर्व एक एक टैक्स अधिकारी नेआज कहाथा कि हम इस मामले की जांच तभी शुरू करेंगे, जब हमें वास्तविक कागजात इस संबंध में मिल जायेंगे. वहीं, एक टैक्स अधिकारी ने कहां था कि इस डाक्यूमेंट में जिन लोगों के नाम आये हैं, उनके मामलों की जांच के लिए सरकार के लिए आवश्यक निर्देश का इंतजार है.
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पैराडाइज दस्तावेज मामले में जयंत की सफाई, खुद के लिए नहीं कंपनी के लिया किया था लेन-देन
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जारी दस्तावेज में बिहार से भाजपा के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा, झारखंड के हजारीबाग से लोकसभा सांसद व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन का नाम शामिल है. इस मामले में जयंत सिन्हा ने सफाई दी है कि जब राजनीति में नहीं थे और संबंधित कंपनी से जुड़े थे और निजी स्तर पर लेन-देन नहींकिये थे. उन्होंने कहा हैकि तब उनके द्वारा किये गये लेन-देन प्रमाणिक व सही हैं. वहीं, सांसद आरके सिन्हा ने इस मामले पर आज मीडिया के पूछ गये प्रश्न पर कागज पर लिख कर बताया कि वे भागवत यज्ञ के कारण एक सप्ताह के मौन व्रत पर हैं.
सेबी लिस्टेड कंपनियों केमामलों की करेगी जांच
बाजार नियामक सेबी विभिन्न सूचीबद्ध कंपनियों और उनके प्रवर्तकों द्वारा कोष की कथित हेराफेरी और कंपनी संचालन में खामी की जांच करेगा. इसमें विजय माल्या से जुड़े प्रवर्तक शामिल हैं. पैराडइज पेपर में माल्या का नाम भी शामिल है.
वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि माल्या से जुड़ी कुछ इकाइयों की जांच पहले ही सेबी और अन्य एजेंसियां कर रही हैं. अब अगर इंटरनेशनल कंसोर्टियम आफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आइसीआइजे) द्वारा सार्वजनिक किये गये दस्तावेज में कोई नया खुलासा किया गया है तो उस पर विस्तार से गौर किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि दस्तावेज में अगर सूचीबद्ध कंपनियों और उनसेजुड़ी या उनके प्रवर्तकों के बारे में खुलासा किया जाता है तो यह देखा जाएगा कि कंपनी संचालन या खुलासा नियमों या कोष की हेराफेरी समेत कोई अनियमितता तो नहीं की गयी. इस संदर्भ में विस्तृत जांच करगड़बड़ी का पता लगाया जाएगा.
इस संदर्भ में शेयर बाजार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) संबंधित सूचीबद्ध कंपनियों से विदेशों में अगर उनकी तरह कोई इकाई है तो उस बारे में सूचना मांगेगा. उसके बाद उसका संबंधित इकाई की तरफ से की गयी सांविधिक और नियामकीय घोषणाओं से मिलान किया जाएगा.
एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में सेबी अन्य नियामकों और सरकारी एजेंसियों से समन्वय करेगा. साथ ही जरूरत पड़ने पर विदेशी नियामकों से जानकारी मांगी जाएगी. पैराडाइज दस्तावेज में दुनिया के कुछ ताकतवर लोगों और कंपनियों की विदेशों में गतिविधियों का खुलासा किया गया है.
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