धुंध में लिपटी दिल्‍ली, सभी प्राइमरी स्‍कूल बंद, 3 दिनों तक राहत मिलने की उम्‍मीद नहीं

नयी दिल्ली : दिल्ली की हवा में घुले प्रदूषक तत्वों की परत से बनी धुंध के अगले तीन दिनों तक और अधिक गहराने की आशंका है. इसके कारण मौसम विभाग ने मंगलवार को पूर्वानुमान के आधार पर तीन दिन तक धुंध के गंभीर रूप से गहराने की चेतावनी जारी की है. दिल्ली में मंगलवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2017 8:02 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली की हवा में घुले प्रदूषक तत्वों की परत से बनी धुंध के अगले तीन दिनों तक और अधिक गहराने की आशंका है. इसके कारण मौसम विभाग ने मंगलवार को पूर्वानुमान के आधार पर तीन दिन तक धुंध के गंभीर रूप से गहराने की चेतावनी जारी की है. दिल्ली में मंगलवार को दमघोंटू धुंध का संकट गहराने में पड़ोसी राज्यों में जलायी जा रही पराली के अलावा लगातार करवट लेते मौसम की भी अहम भूमिका है. इस बीच शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्‍ली के सभी प्राइमरी स्‍कूलों को बुधवार को बंद रखने की घोषणा की है. उन्‍होंने कहा कि स्थित देखते हुए आगे भी स्‍कूलों को बंद रखा जा सकता है.

मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में गिरावट और हवा के थमने की वजह से धुंध छंटने की संभावना नगण्य हो गयी है. मौसम विभाग की अधिकारी डा. के सती देवी ने बताया कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले 48 घंटों के दौरान तापमान और हवा की गति में गिरावट तथा नमी में इजाफे को देखते हुये वायुमंडल में धुंध छायी है. उन्होंने बताया कि इस बीच हवा की गति भी तीन मीटर प्रति सेकेंड के न्यूनतम स्तर पर रहने की वजह से आज धुंध की चादर गहरा गयी.

उन्होंने बताया कि इसका असर अगले तीन दिन तक पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उप्र में बने रहने की आशंका को देखते हुये धुंध के गहराने की चेतावनी जारी की गयी है. इस बीच अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तस्वीरों में भी उत्तर भारत के वायुमंडल में आग जनित धुंये की मौजूदगी को दर्शाया गया है. नासा की तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के ऊपर धुंये की मौजूदगी को लाल रंग से इंगित करते हुये साफ देखा जा सकता है.

दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा की गति थमने के कारण वायुमंडल में मौजूद प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 धुंध की शक्ल में जमा हो गये हैं. इसकी वजह से न सिर्फ हवा में घुटन बढ़ गयी है बल्कि यातायात सहित सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ है. हवा की गुणवता बताने वाला सूचकांक मंगलवार को अब तक के सबसे गंभीर स्तर पर पहुंच गया. इसके मुताबिक 500 अंक वाला सूचकांक 448 के अंक को पार कर गया.

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प्रदूषण का यह स्तर इस साल दूसरी बार पार हुआ. इससे पहले दिवाली के अगले दिन 20 अक्तूबर को भी यह स्तर पार हुआ था. खासकर सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों, बुजुर्ग और बच्चों की परेशानी बढ़ गयी है. साथ ही हवायी सेवायें भी धुंध के कारण उपजे दृश्यता संकट की वजह से विलंबित हुई हैं. विमानपत्तन प्राधिकरण के आधिकारिक सूत्रों ने यहां स्थित आईजीआई हवाईअड्डे पर धुंध से उपजी दृश्यता में कमी को देखते हुये तीन में से सिर्फ एक रनवे को ही विमानों के आवागमन के लिये खोला.

हवाईअड्डा प्रशासन को सुबह धुंध के कारण छोटे रनवे को बंद करना पड़ा, जिसे दोपहर बाद दृश्यता सुधरने के बाद खोला जा सका. वहीं, तीसरा रनवे रखरखाव संबंधी काम के लिये आज से तीन दिन के लिये बंद कर दिया गया. मौसम विभाग के मुताबिक रनवे पर सुबह सात से आठ बजे के बीच दृश्यता का स्तर 200 मीटर ही रह गया था. इस वजह से दोपहर तीन बजे तक विमानों के प्रस्थान में 90 मिनट से दो घंटे तक की देरी दर्ज की गयी.

स्कूलों ने आउटडोर गतिविधियों पर लगायी रोक, छात्रों को मास्क पहनने को कहा

राजधानी में पसरी धुएं और धुंध की चादर के कारण लोगों को सांस लेने में हो रही तकलीफ के बीच दिल्ली के कई स्कूलों ने आउटडोर गतिविधियों पर फिलहाल रोक लगा दी है. स्कूलों ने अभिभावकों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि उनके बच्चे मास्क पहनें. संस्कृति स्कूल ने एक संदेश में कहा है, प्रिय अभिभावक, कृपया गौर करें कि दिल्ली में प्रदूषण के उच्च स्तर और मौसम की प्रतिकूल स्थिति के कारण सुबह खेल का अभ्यास कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया है. श्री राम स्कूल ने भी अभिभावकों को इसी तरह का नोटिस जारी किया है.

टैगोर इंटरनेशनल स्कूल ने प्रदूषण के ऊंचे स्तर को देखते हुए आउटडोर गतिविधियों पर रोक लगा रखी है. माउंट कार्मेल स्कूल ने एक परामर्श में कहा, प्रिय अभिभावक, प्रदूषण के बढ़े हुए स्तर और खराब वायु गुणवत्ता के कारण छात्रों को कल से मास्क पहनकर स्कूल आने की सलाह दी जाती है. बहरहाल, डॉक्टरों ने कहा कि मास्क के साथ-साथ दीर्घकालिक उपाय करने की जरुरत है.

लोगों ने ट्विटर पर जाहिर की चिंताएं

राष्ट्रीय राजधानी धुंध की चादर में लिपटी रही जिसके बाद लोगों ने ट्विटर पर अपनी भावनाएं जाहिर कीं. दिल्ली आज सुबह से ही धुंध की चादर में लिपटी रही जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई और स्कूल जाने वाले बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हुई. प्रदूषण का स्तर स्वीकार्य मानकों से कई गुना ज्यादा होने को लेकर लोगों ने अपनी चिंताएं जाहिर कीं.

बर्नी स्टींसन यो ने ट्वीट किया, दिल्ली में धुंध को फिल्टर करना जरुरी है. ट्विटर इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने हल्के-फुल्के अंदाज में दीवाली का जिक्र किया. जब प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए पटाखों को प्रतिबंधित किया गया था. सर जडेजा ने दिल्ली के धुंध पर लिखा, दिल्ली में गहरी धुंध : निश्चित तौर पर कल रात लोगों के दीवाली मनाने के कारण हुई. शर्मनाक. दीवाली को प्रतिबंधित किया जाए.

प्रसेनजीत ने ट्वीट किया, दिल्ली-एनसीआर में आज गहरा धुंध. प्रदूषण का स्तर खतरनाक और तुरंत नीति निर्माण और इसे लागू किये जाने की जरुरत है. धुंध में आज कुछ भी नहीं दिखाई पड़ रहा था और लोगों ने अपनी छतों एवं खिड़कियों से ली गयी तस्वीरों को पोस्ट किया. गहरी धुंध के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई और हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ.

टिंकुरे ने लिखा, दिल्ली के धुंध के कारण विमानों के परिचालन में विलंब हो रहा है. गौतम गुप्ता ने ट्वीट किया, दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित महानगर है. दिन के 12 बज चुके हैं और चारों तरफ धुंध है. मुकुल ने ट्वीट किया, दिल्ली वालों को सलाह – वे लेज का पैकेट खरीद सकते हैं और इससे ताजी हवा ले सकते हैं.

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