दिल्ली के स्मॉग पर अमरिंदर-केजरीवाल भिड़े, जहरीले धुएं से निबटने का जानें दिन भर का घटनाक्रम

नयी दिल्ली : दिल्ली जहरीले धुंध की चपेट में है. दिल्ली के व्यस्त इलाके ही नहीं उन क्षेत्रों के लोग भी परेशान हैं, जो हरे-भरे इलाकों में रह रहे हैं. हरियाली से भरपूर जेएनयू के रिसर्च स्कॉलर प्रेम ने प्रभात खबर डॉट कॉम को बताया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में सांस लेने में दिक्कत हो रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2017 6:37 PM

नयी दिल्ली : दिल्ली जहरीले धुंध की चपेट में है. दिल्ली के व्यस्त इलाके ही नहीं उन क्षेत्रों के लोग भी परेशान हैं, जो हरे-भरे इलाकों में रह रहे हैं. हरियाली से भरपूर जेएनयू के रिसर्च स्कॉलर प्रेम ने प्रभात खबर डॉट कॉम को बताया कि यूनिवर्सिटी कैंपस में सांस लेने में दिक्कत हो रही है. आरके पुरम में रहने वाले अमर ने बताया कि उन्होंने सुबह की मॉर्निंग वॉक रोक दी. अमर को बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के कारण दो महीने पूर्व डॉक्टर ने नियमित रूप से वाकिंग करने व एक्सारसाइज करने की सलाह दी थी, लेकिन अब वे सांस की बीमारी से बचने के लिए कोलेस्ट्राॅल को झेलने को तैयार हैं. यह किस्सा सिर्फ प्रेम और अमर का नहीं है, दिल्ली के हर आदमी का यही हाल है. आज की दिल्ली 1952 के लंदन जैसी हो गयी है, जब वहां प्रदूषण का स्तर इंडेक्स पर 500 पर पहुंच गया था अौर सप्ताह भर में 4000 लोग मर गये थे, जबकि दिल्ली मेंकल प्रदूषण 478 अंक पर पहुंच गया. पंजाबीबाग, आनंद विहार जैसे इलाके में यह 500 अंक के भी पार पहुंच गया. आज दिन भर धुंध से दिल्ली को बचाने के उपाय खोजे गये. इस दौरान सत्ता में बैठी राजनीतिक पार्टियों ने एक दूसरे पर हमले भी किये. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनसे बातचीत में कोई हल नहीं निकलने वाला, वे अनूठे व्यक्ति हैं और बिना परिस्थितियों को समझें हर चीज पर उनका दृष्टिकोण होता है.

हम आपको यहां बता रहे हैं आज दिन भर जहरीले धुंध से दिल्ली को निकालने के लिए क्या-क्या उपाय किये गये :

पर्यावरण मंत्रालय ने वायु प्रदूषण के अल्पकालिक और दीर्घकालिक समाधानों पर निगरानी रखने के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया.


मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाये केंद्र

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 13 से 17 नवंबर तक ऑड इवेन फार्मूला लागू करने का एलान किया. इसके बाद उन्होंने केंद्र के पाले में गेंद फेकते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रदूषण पर चर्चा के लिए दिल्ली और आसपास के राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक आपात बैठक बुलानी चाहिए.

ऑड-इवेन फार्मूला अपनाया

दिल्ली मेंआॅड-इवेनफार्मूला13 से 17 नवंबर तक सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक लागू रहेगा. इससे दो पहिया वाहनों, महिला चालकों को छूट मिलेगी. आॅड यानी विषम नंबर की गाड़ियां 13, 15 एवं 17 नवंबर को चलेंगी, जबकि इवेन यानी सम नंबर की गाड़ियां 14 व 16 नवंबर को चलेंगी.बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रहे पैरेंट्स, वीवीआइपी गाड़ियां, सीएनजी गाड़ियां इसके दायरे से बाहर रहेंगी.

मानवाधिकार आयोग ने भेजा नोटिस

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जहरीली धुंध को लेकर केंद्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सरकारों को नोटिस भेजा. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जीवन एवं स्वास्थ्य के अधिकार के उल्लंघन के समान इस खतरे से निपटने के लिए उचित कदम नहीं उठाने को लेकर प्राधिकारियों की निंदा की. पैनल ने विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और तीनों राज्यों की सरकारों से हालात से निपटने के लिए उठाए जा रहे एवं प्रस्तावित प्रभावशाली कदमों की दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है.

केजरीवाल-कैप्टन आमने-सामने

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए केंद्र, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली सरकार को एक-साथ मिलकर हर साल उच्च प्रदूषण के लिए जिम्मेदार पराली जलाने की समस्या का स्थायी समाधान तलाशना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस स्थिति से निपटने के लिये जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करना चाहती, जिससे कि दिल्लीवालों के लिये कई समस्याएं खडी हो जाये.

पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिर्फ केजरीवाल के साथ उनकी बैठक होने से इस समस्या का हल नहीं होगा. इसके लिए प्रधामनंत्री नरेंद्र मोदी को पहल करनी होगी. उन्होंने कहा कि हमारे यहां धान की फसल की 20 मिलियन टन पराली है. तो मैं अपने किसानों को इसे कहां स्टोर करने को कहूं? इसलिए केजरीवाल के साथ बैठक से कुछ नहीं होने वाला है. अरविंद केजरीवाल ने पंजाब व हरियाणा सरकार पर पराली जलाने में विफल रहने का आरोप लगाया था, जिससे समस्या गहरायी है.

एयर प्यूरीफायर की बिक्री आठ गुणा बढ़ी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बुरी तरह प्रभावित होने के बाद एयर प्यूरीफायर का बाजार गरमा गया है. हवा खराब होने से ग्राहक आनन-फानन में एयर प्यूरीफायर खरीद रहे हैं और कंपनियां इस मौके का लाभ उठाते हुए अपनी बिक्री में बढोतरी की उम्मीद कर रही हैं. पिछले 24 घंटों में मी डॉट कॉम, फ्लिपकार्ट और अमेजन पर मिलाकर इसकी बिक्री में आठ गुना वृद्धि देखीगयी है.

डॉक्टरों का क्या है कहना?

चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि इतने उच्च स्तर के प्रदूषण में चेहरे पर पहने जाने वाले मास्क और प्यूरीफायर के प्रभाव को लेकर कोई चिकित्सकीय डाटा उपलब्ध नहीं है. एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि एन95 मास्क और एयर प्यूरीफायर्स संभवत: इतने वृहद स्तर के प्रदूषण से पूरे समय सुरक्षा प्रदान नहीं कर पाएं और इसके लिए दीर्घ कालीन कदम उठाने का दबाव बढ़ा है. दिल्ली में अस्पतालों में सांस के मरीज में अचानक से 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.


निजी वाहनों के बंद होने के कारण डीटीसी 500 अतिरिक्त बसें चलायेगी. साथ ही दिल्ली मेट्रो ने अतिरिक्त फेरों का निर्णय लिया है.


एनजीटी ने लिया बड़ा निर्णय

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने आज 10 साल से अधिक पुराने वाहन चलाने पर रोक लगा दी. साथ ही बाहर से या दिल्ली के अंदर गाड़ियों से निर्माण सामग्री ढोने की अनुमति नहीं होगी. एनजीटी ने दिल्ली सरकार व नगर निकायों को फटकार लगायी और औद्योगिक गतिविधियों व ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध के साथ कई निर्देश जारी किये.

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