मोदी सरकार के जीएसटी टैक्स स्लैब पर यू-टर्न लेने पर राहुल-चिदंबरम हमलावर, खेला नया दावं

गांधीनगर : नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार और जीएसटी काउंसिल के द्वारा 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब की मांग पूरा करने के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी के मुद्दे पर सरकार पर नये सिरे से दबाव बना दिया है. नवसर्जन यात्रा के अगले चरण पर गुजरात पहुंचे राहुल गांधी ने गांधीनगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2017 3:24 PM
गांधीनगर : नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार और जीएसटी काउंसिल के द्वारा 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब की मांग पूरा करने के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी के मुद्दे पर सरकार पर नये सिरे से दबाव बना दिया है. नवसर्जन यात्रा के अगले चरण पर गुजरात पहुंचे राहुल गांधी ने गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आज कहा कि जीएसटी में ढांचागत सुधार की जरूरत है. उधर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने आज ट्वीट कर जीएसटी पर मोदी सरकार द्वारा अपने स्टैंड बदलने पर चुटकी ली. उन्होंने लिखा – शुक्रिया गुजरात, जो काम संसद और कॉमन सेंस से नहीं हो सका वह काम होने वाले चुनावों ने करा दिया. उन्होंने यह भी लिखा कि कांग्रेस पार्टी अब अपने अगले गोल वन टैक्स के लिए काम करेगी.
राहुल गांधी ने आज गांधीनगर में कहा कि यह अच्छी बात है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब के ज्यादातर वस्तुओं पर टैक्स की दर कम कर 18 प्रतिशत कर दी है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने यह फैसला कांग्रेस पार्टी के दबाव में लिया. उन्होंने कहा कि हम यहीं नहीं रुकने वाले हैं. हम इतने मात्र से खुश नहीं हैं. भारत पांच अलग प्रकार का टैक्स नहीं चाहता है. अभी जरूरत इस बात की है कि जीएसटी में संरचनागत बदलाव किया जाये. उल्लेखनीय है कि कल गोवाहाटी में जीएसटी परिषद की बैठक के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 178 वस्तुओं को 28 प्रतिशत की जगह 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब में लाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि अब मात्र 50 वस्तुएं 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब में होंगी.
इससे पहले राहुल गांधी ने सूरत में भी एक जनसभा में कहा था कि अगर उनकी पार्टी 2019 में सत्ता में आयेगी तो वे जीएसटी में सरंचनागत बदलाव करेंगे. राहुल गांधी ने यह बात जगह और मौका देख कर कही थी. सूरत एक औद्योगिक शहर है, जहां व्यापारियों का बड़ा तबका है और वे जीएसटी से प्रभावित हुए हैं. तब उन्होंने कहा था कि हम इसका विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि इसका मौजूदा स्वरूप ठीक नहीं है. यह बात उन्होंने बुधवार को उस दिन कही, जिस दिन जीएसटी काउंसिल की बैठक शुरू हुई थी. तब राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि अंतत: मोदी जी ने स्वीकार किया कि इसमें उनसे गलती हुई है.
राहुल गांधी लगातार यह बात कह रहे हैं कि जीएसटी वन टैक्स रिफॉर्म है, न की फाइव टैक्स रिफॉर्म. जीएसटी में वर्तमान में पांच स्लैब हैं. वे यह भी कहते रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी ने जीएसटी के खराब कार्यान्वयन के बारे में सरकार को सलाह दी थी.

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