फिल्म पद्मावती को लेकर बढ़ रहा है विरोध, पीएम से हस्तक्षेप की मांग
जयपुर : करणी सेना ने आज कहा कि यदि फिल्म पद्मावती को परदे पर उतारा गया तो एक दिसम्बर को देश व्यापारी बंद का आयोजन किया जायेगा. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि फिल्म के विरोध ना केवल राजपूत समाज अथवा हिन्दू संगठन कर रहें है, बल्कि मुस्लिम नेताओं ने भी […]
जयपुर : करणी सेना ने आज कहा कि यदि फिल्म पद्मावती को परदे पर उतारा गया तो एक दिसम्बर को देश व्यापारी बंद का आयोजन किया जायेगा. करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि फिल्म के विरोध ना केवल राजपूत समाज अथवा हिन्दू संगठन कर रहें है, बल्कि मुस्लिम नेताओं ने भी इसका विरोध किया है. पूरे देश में फिल्म को लेकर असंतोष है.
उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि चलचित्र अधिनियम के प्रावधान के तहत केंद्र सरकार के पास फिल्म को परदे पर उतरने से तीन माह तक रोकने का अधिकार है और एक दिसम्बर को परदे पर उतरने वाली फिल्म पद्मावती पर भी इस प्रावधान का लागू किया जाना चाहिए.
कालवी ने संवाददाताओं से कहा, यदि फिल्म परदे पर उतरती है तो हमने एक दिसम्बर को देशव्यापी बंद का आहृवान किया है. हमें देश की सभी जातियों और समुदायों का समर्थन है. हमलोग गुरुग्राम, पटना और भोपाल में रैलियों और जनसभाओं का आयोजन करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मामलें में हस्तक्षेप करना चाहिए, केंद्र सरकार को चल चित्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत फिल्म को परदे पर उतरने से रोकना चाहिए, इसके लिये सरकार को कदम उठाना चाहिए.
फिल्म पद्मावती में रानी पद्मावती की भूमिका निभा रही कलाकार दीपिका पादुकोण के फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोकने वाले बयान पर कालवी ने कहा कि रानी पद्मावती की छवि को धूमिल करने का कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सिनेमा घर एसोशियशन और फिल्म वितरकों ने प्रदेश में फिल्म को परदे पर उतारने से मना कर दिया है. राजनीतिक पार्टियों के नेताओं, सामाजिक संगठनों ने भी इस मांग का समर्थन किया है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के छेड़छाड़ नहीं की जा सकती.
कालवी ने कहा कि फिल्म निर्माता ने सेंसर बोर्ड के स्वीकृति से पूर्व फिल्म के प्री स्क्रीनिंग का भरोसा दिया था। उन्होंने राजपूत समाज को बिना विश्वास में लिये फिल्म का प्रोमो और गाने को रिलीज कर दिया. उन्होंने कहा कि अब सेना किसी प्रकार के प्री स्क्रीनिंग की मांग नहीं कर रही है लेकिन फिल्म पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही है, क्योंकि फिल्म निर्माता ने धोखा दिया है.