मुंबई : महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में एक 90 साल की बुजुर्ग महिला ने अपने घर पर चिता तैयार कर खुद को आग के हवाले करके जान दे दी. खुद को आग के हवाले करने वाली 90 साल की बुजुर्ग महिला की पहचान कोल्हापुर के बामणी गांव की कल्लवा दादू कांबले के रूप में पहचान की गयी है. उन्होंने गत 13 नवंबर को आत्महत्या कर ली. पुलिस के अनुसार, घटना के बाद जब अगली सुबह उसके परिजन मौके पर पहुंचे, तो उन्हें सिर्फ उनकी अस्थियां मिलीं. बताया जा रहा है कि 90 साल की कल्लवा दादू घर पर अकेली ही रहती थी.
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतक महिला अपने 57 वर्षीय बेटे विट्ठल के घर के पास में ही रहती थी. 13 नवंबर की शाम उसकी पोती ने उन्हें खाना दिया. इसके बाद वह घर जाकर वह सो गयी. अधिकारियों का कहना है कि महिला ने रात में पहले अपने घर को अंदर से बंद किया और घर के अंदर दरवाजे के सामने उसने लकड़ियों, गोबर के उपले जमा करके उन पर कैरोसीन छिड़का और फिर उस पर आग लगाकर खुद को आग के हवाले कर दिया.
अगली सुबह जब उनकी पोती दूध देने आयी, तो उसने दरवाजा अंदर से बंद पाया. काफी कोशिश करने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला, तब उसने इसकी जानकारी अपने पिता को दी. मृतक कांबले का बेटा विट्ठल राज्य परिवहन विभाग की बस में कंडक्टर के रूप में कार्यरत है. विट्ठल ने जब घर का दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया, तो माजरा देखकर वह सन्न रह गया. घर के भीतर सिर्फ राख और कांबले की अस्थियां ही बची थीं.
कोल्हापुर के एसपी संजय मोहित ने बताया कि महिला अपने जीवन से परेशान हो गयी थीं. इसी कारण उन्होंने इतना भयानक कदम उठाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी. पुलिस ने इस बारे में दुर्घटना से होने वाली मौत का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.