क्या हो पाएगी कुलभूषण जाधव से पत्नी की मुलाकात ? मामले पर आज फैसला ले सकता है भारत
इस्लामाबाद : भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव और उनकी पत्नी की मुलाकात के मामले में भारत शुक्रवार को यानी आज पाकिस्तान को जवाब दे सकता है. पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर जाधव को पत्नी से मिलने की छूट दी है. मामले में पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह सजाए मौत का इंतजार कर रहे […]
इस्लामाबाद : भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव और उनकी पत्नी की मुलाकात के मामले में भारत शुक्रवार को यानी आज पाकिस्तान को जवाब दे सकता है. पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर जाधव को पत्नी से मिलने की छूट दी है. मामले में पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह सजाए मौत का इंतजार कर रहे भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव की मानवीय आधार पर उनकी पत्नी के साथ मुलाकात के आयोजन की अपनी पेशकश पर भारत के जवाब का इंतजार कर रहा है.
आपको बतास दें कि पाकिस्तान ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह पत्नी के साथ 46 साल के जाधव की मुलाकात की इजाजत देगा. पाकिस्तान ने यह पेशकश मानवीय आधार पर जाधव की मां को वीजा देने के भारत के आग्रह के कई महीने बाद की थी. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि उनका देश इस पेशकश पर भारत के जवाब का इंतजार कर रहा है.
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोपों में अप्रैल में सजाए मौत सुनायी थी. अंतरराष्ट्रीय अदालत ने भारत की अपील पर मई में इसपर स्थगन लगा दिया. पाकिस्तान ने इस आधार पर जाधव तक भारतीय कूटनीतिक पहुंच देने से बार-बार इनकार किया कि जासूसी से जुडे मामलों में यह लागू नहीं होता.
कुछ मीडिया रिपोर्टों में पाकिस्तान की इस पेशकश को अमेरिका की खामोश कोशिशों से जोड़ा है. बहरहाल, पाकिस्तान ने जोर दिया है कि उसकी पेशकश पूरी तरह मानवीय आधार पर की गयी है. जाधव ने सजाए मौत खत्म करने के लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के समक्ष क्षमायाचिका दायर की है. यह अभी तक लंबित है.
पिछले महीने, पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि वह जाधव की क्षमा याचिका पर कोई फैसला करने के कगार पर है. पाकिस्तान दावा करता है कि उसके सुरक्षा बलों ने जाधव को पिछले साल 3 मार्च को बलूचिस्तान प्रांत में उस वक्त गिरफ्तार किया जब उसने कथित रुप से ईरान से वहां प्रवेश किया था.
बहरहाल, भारत का कहना है कि जाधव का अपहरण ईरान से किया गया जहां वह भारतीय नौसेना से रिटायर होने के बाद व्यापार किया करता था.