चुनाव प्रचार में सैन्य विमानों के इस्तेमाल पर कांग्रेस ने मोदी पर साधा निशाना, कहा-यह एक घाेटाला
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव प्रचार के लिए सेना के विमानों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इसे एक घोटाला करार दिया. इधर, भाजपा ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. भाजपा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी (जो सभी कांग्रेस से […]
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव प्रचार के लिए सेना के विमानों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इसे एक घोटाला करार दिया. इधर, भाजपा ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. भाजपा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी (जो सभी कांग्रेस से थे) उन्होंने भी चुनाव प्रचार के लिए सेना के विमानों का इस्तेमाल किया. भाजपा ने कहा कि विपक्षी दल को अपने निराधार आरोपों के लिए माफी मांगनी चाहिए.
एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने मोदी पर अपने व्यस्त चुनाव प्रचार कार्यक्रम में सरकारी मशीनरी के इस्तेमाल का आरोप लगाया था और कहा था कि वह और उनका मंत्रिमंडल सरकार नहीं चला रहा, बल्कि चुनाव लड़नेवाली मशीन बन गये हैं. उन्होंने सेना के विमानों का इस्तेमाल करने के लिए मोदी पर भी निशाना साधा.
आजाद ने संवाददाताओं से कहा, यह एक घोटाला है, कई हजार करोड़ रुपये का घोटाला. यह सरकार पर एक बोझ है और इस पर बहस होनी चाहिए. भाजपा ने विपक्षी दल से निबटने के लिए तुरंत कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को उतारा. प्रसाद ने आजाद के आरोपों को खारिज करते हुए माफी की मांग की. उन्होंने कहा कि बतौर प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रचार के लिए 16 वर्षों तक सेना के विमानों में उड़ान भरी. अपने कार्यकाल में राजीव गांधी और मनमोहन सिंह ने भी ऐसा ही किया, लेकिन जब मोदी ने वही किया तो यह एक समस्या बन गयी.
उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्ववर्ती संगठन जनसंघ समेत अन्य विपक्षी दलों ने पहले भी इस मुद्दे को उठाया था और इस मामले को अदालत तक लेकर गयी थी. बाद में अदालत ने फैसला दिया था कि चूंकि प्रधानमंत्री को एसपीजी सुरक्षा प्राप्त होती है इसलिए सुरक्षा कारणों से उन्हें सेना के विमानों का इस्तेमाल करने का अधिकार है.
प्रसाद ने कहा, कांग्रेस के आरोप झूठे हैं. वह निराधार हैं और बिना किसी साक्ष्य के लगाये गये हैं. आजाद ने कहा था कि प्रधानमंत्री सेना के विमानों में यात्रा करते हैं. इसमें एमआई-8 हेलिकॉप्टरों का भी इस्तेमाल होता है. उन्होंने दावा किया था कि इससे सरकारी खजाने पर 1,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ा होगा.
कांग्रेस के नेता ने कहा कि चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री को सेना के विमान और हेलिकॉप्टर का नि:शुल्क इस्तेमाल करने की इजाजत दी, इसमें पार्टी को शुल्क अदा नहीं करना होता. लेकिन, चुनाव आयोग को यह पता नहीं था कि ऐसा प्रधानमंत्री आयेगा जो चुनाव के दौरान विमान और हेलिकॉप्टर से 24 घंटे उतरेगा ही नहीं. आजाद ने कहा, हमें ऐसा प्रधानमंत्री और मंत्री चाहिए जो भारत की सरकार को चलाये, उन्हें चुना भी इसीलिए गया है. आज कोई भी चुनाव हो, कोई मंत्री उपलब्ध नहीं होता है.