नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी को अपना समर्थन देने की घोषणा करने के लिए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी संयुक्त लड़ाई से भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी. कांग्रेस द्वारा पाटीदार नेताओं की आरक्षण की मांग मान लेने के बाद हार्दिक ने इस समर्थन की घोषणा की थी. बहरहाल, सिब्बल ने इस बारे में चुप्पी साधे रखी कि कांग्रेस तथा हार्दिक नीत पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के बीच आरक्षण को लेकर कौन से फार्मूले पर सहमति बनी है. उन्होंने कहा कि संबंधित नियमों को बाद में तय किया जाएगा. सिब्बल ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने राज्य में अपने 22 साल के शासन के दौरान समुदाय के लिए कुछ नहीं किया और उनके भरोसे को तोड़ दिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हमें खुशी है कि साझा मोर्चा अब भाजपा के खिलाफ लड़ेगा. उन्होंने कहा कि हम उनका आभार व्यक्त करते हैं क्योंकि वे (पास) हमारे साथ एक विचारधार के साथ शामिल हुए कि मिलकर चुनाव लड़ा जाए. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य चुनाव जीतना और लोगों से किये गये वादों को पूरा करना है.
हार्दिक ने आज सुबह समर्थन का किया एलान
अहमदाबाद: पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को अपना समर्थन देने की घोषणा करते हुए आज कहा कि विपक्षी दल ने पटेल समुदाय को विशेष श्रेणी में आरक्षण देने की उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है. पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) नेता ने कहा कि कांग्रेस द्वारा उनके समुदाय के लिए दिया गया आरक्षण का फॉर्मूला एससी, एसटी और ओबीसी के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण के कोटे के अतिरिक्त होगा.
उच्चतम न्यायालय द्वारा तय कीगयी 50 फीसदी आरक्षण की सीमा पर उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सुझाव है. हार्दिक ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह आरक्षण देने के लिए उचित सर्वेक्षण कराएगी. पार्टी राज्य विधानसभा में एक विधेयक लेकर आएगी और आरक्षण देगी.
उन्होंने कहा, गुजरात में मेरी लड़ाई भाजपा के खिलाफ है और इसलिए हम (चुनावों में) प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस का समर्थन करेंगे क्योंकि उसने आरक्षण के लिए हमारी मांग स्वीकार कर ली है. कांग्रेस ने हमारी मांग को अपने चुनाव घोषणापत्र में शामिल करने का वादा किया है. पाटीदार नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, सरकार द्वारा गठित आयोग के सर्वेक्षण के बाद ही यह फैसला किया जाएगा कि विशेष श्रेणी के तहत हमें कितना फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. उन्होंने कहा, फार्मूले के अनुसार, अनूसूचित जनजाति (एसटी), अनूसूचित जाति (एससी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को राज्य में दिए जा रहे 49 फीसदी आरक्षण में छेड़छाड़ किए बिना कांग्रेस ने उन समुदायों को आरक्षण देने का फैसला किया है जिन्हें संविधान के अनुच्छेद 31 (सी) और अनुच्छेद 46 के तहत अभी तक आरक्षण का लाभ नहीं मिला है. इसका जिक्र किए जाने पर कि उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान सरकार को ऐसा कोई भी कदम उठाने से रोक दिया था जिसमें आरक्षण का लाभ 50 फीसदी की सीमा को पार कर जाए, इस पर हार्दिक ने कहा, यह (50 फीसदी की सीमा) उच्चतम न्यायालय का महज सुझाव है.
चुनाव लड़ने वाले अब पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्य नहीं होंगे
उन्होंने कहा, हमारे संविधान में आरक्षण पर 50 फीसदी की सीमा का कोई जिक्र नहीं है. मेरी राय है कि 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण दिया जा सकता है. हार्दिक ने यह भी कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ कोई मतभेद नहीं हैं. उन्होंने कहा, हमने किसी भी सीट की मांग नहीं की लेकिन हमने कांग्रेस को हमारे समुदाय के उम्मीदवारों को खड़ा करने के लिए कहा है. यह पूछे जाने पर कि वह उन पास सदस्यों के बारे में क्या करेंगे जिन्होंने चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दायर किए हैं, इस पर हार्दिक ने कहा कि वे अब संगठन के सदस्य नहीं होंगे.
हार्दिक ने भाजपा पर पास सदस्यों को 50 लाख रुपये की पेशकश देकर उन्हें खरीदने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया है. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह के गृह राज्य में भाजपा के लंबे शासन को खत्म करने के लिए जोर-शोर से अभियान चलाया है. कांग्रेस पिछले कुछ समय से पटेल आंदोलन के नेता को लुभाने में लगी हुई थी.