भोपाल: कांग्रेस महासंचिव एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वह उदय से नक्सलियों से अपील करते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें और भारतीय प्रजातंत्र की मुख्य धारा में शामिल हों.
छत्तीसगढ में गत 25 मई को कांग्रेस की परिवर्तन यात्र पर हुए नक्सली हमले के संदर्भ में लिखे एक लेख में कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि भारत के नक्सलियों को नेपाल के माओवादियों से यह सीख लेनी चाहिए कि उन्होने चुनाव में हिस्सा लेने का निश्चय किया और वे वहां सत्ता में आए. इस बारे में उन्हें उम्मीद है कि अब नक्सली इस पर गंभीरतापूर्वक विचार शुरु करेंगे.
उन्होने कहा कि 25 मई को कांग्रेस की परिवर्तन यात्र पर हुए नक्सली हमले को लेकर कुछ सवाल पैदा होते हैं और जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)अपनी जांच शुरु करेगी, तो उसे इन प्रश्नों का उत्तर ढूंढना ही होगा.
सिंह ने जो सवाल उठाए हैं, उनमें उन्होने कहा कि छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने स्वीकार किया है कि हमले को लेकर सुरक्षा में चूक हुई है, लेकिन यह नहीं बताया कि इसके लिये कौन जिम्मेदार है. इसके लिए किसी की जिम्मदारी तय कर क्या वह उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे अथवा न्यायिक आयोग की जांच रिपोर्ट आने तक इंतजार करेंगे और इसकी आड़ में खुद को बचाएंगे.